प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)
45 दिनों तक चलने वाले महाकुंभ के चौथे दिन गुरुवार सुबह हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा, यमुना और 'रहस्यमय' सरस्वती नदियों के पवित्र संगम त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाई.दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक समागम में 6 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया है. 14 जनवरी को मकर संक्रांति के अवसर पर 3.5 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया.
इस बीच, तीर्थयात्रियों की भारी आमद को देखते हुए, प्रयागराज प्रशासन ने एक एआई-आधारित कम्प्यूटरीकृत खोया-पाया केंद्र स्थापित किया है.केंद्र के बारे में जानकारी साझा करते हुए अपर मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया, "एआई आधारित खोया-पाया केंद्र स्थापित किया गया है.
यहां खोये हुए लोगों के लिए रहने, कपड़े और खाने-पीने की व्यवस्था की जाती है. ऐसा एक भी मामला नहीं आया है, जिसमें हम बच्चों या खोए हुए लोगों को उनके परिजनों से नहीं मिला पाए हों. कम्प्यूटरीकृत खोया-पाया केंद्र से हमें अच्छी प्रतिक्रिया मिली है.
अगर कोई ऐसा मामला है, जिसमें हम किसी व्यक्ति को उसके परिजनों से नहीं मिला पाए हैं, तो प्रशासन अपने खर्च पर उसे उसके घर पहुंचाता है." बुधवार को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अरैल टेंट सिटी में 10 देशों का 21 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल पहुंचा. प्रतिनिधिमंडल त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान करने वाला है.
भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के बाह्य प्रचार एवं लोक कूटनीति प्रभाग द्वारा आमंत्रित प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान करेगा. इस यात्रा दल में फिजी, फिनलैंड, गुयाना, मलेशिया, मॉरीशस, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, त्रिनिदाद और टोबैगो तथा संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के प्रतिनिधि शामिल हैं.
यह इस आध्यात्मिक आयोजन में वैश्विक रुचि को दर्शाता है, जो भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक है। अपनी यात्रा के दौरान, प्रतिनिधिमंडल प्रयागराज की समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत का पता लगाने के लिए एक हेरिटेज वॉक में भाग लेगा.
वे हेलीकॉप्टर की सवारी के दौरान महाकुंभ क्षेत्र के हवाई दृश्य का भी आनंद लेंगे। उनकी सुविधा के लिए टेंट सिटी में रात्रि भोजन और विश्राम की भी व्यवस्था की गई है। बयान में कहा गया है कि योगी सरकार के नेतृत्व में आयोजित महाकुंभ ने इस वर्ष वैश्विक ध्यान आकर्षित किया है.
उनके आवास की व्यवस्था उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम की पहल, अरैल में टेंट सिटी में की गई है. 13 जनवरी से शुरू हुआ महाकुंभ 26 फरवरी तक चलेगा.