दिल्ली सरकार ने मादक पदार्थ के दुरुपयोग के खिलाफ अभियान शुरू करने की योजना बनाई

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 19-06-2025
Delhi government plans to launch campaign against drug abuse
Delhi government plans to launch campaign against drug abuse

 

नयी दिल्ली
 
दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री रविन्द्र इन्द्राज सिंह ने कहा कि 26 जून को ‘नशीले पदार्थों के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस’ के मौके पर दिल्ली सरकार जागरुकता अभियान, नुक्कड़ नाटक और छात्रों की भागीदारी के जरिए एक व्यापक अभियान शुरू करेगी.
 
सिंह ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि यह अभियान समाज कल्याण, पुलिस और शिक्षा विभागों द्वारा संयुक्त रूप से चलाया जाएगा जिसमें हाशिए पर पड़े लोगों और कमजोर समुदायों तक पहुंचने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि ‘‘नशा मुक्त, स्वस्थ और सशक्त दिल्ली’’ के लक्ष्य को साकार करने के लिए समन्वित प्रयास आवश्यक हैं.
 
बयान में कहा गया है कि अभियान के तहत नशीले पदार्थों के सेवन के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरुकता फैलाने के लिए नुक्कड़ नाटक आयोजित करने की खातिर राष्ट्रीय राजधानी में 64 संवेदनशील स्थानों की पहचान की जाएगी.
 
सिंह ने पोस्टर प्रदर्शनियों, प्रेरणादायी वार्ता और अन्य संवादात्मक गतिविधियों के माध्यम से स्कूल स्तर पर विद्यार्थियों को शामिल करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा, ‘‘नशे की लत न केवल लोगों को बल्कि पूरे परिवार को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से प्रभावित करती है.’’ उन्होंने कहा कि युवा जागरुकता अभियान में बड़ी भूमिका निभाते हैं.
 
उन्होंने आग्रह किया सार्वजनिक स्थानों पर ‘रेडियो जिंगल’ और सिनेमाघरों में वीडियो दिखाकर संदेश को मजबूती से लोगों तक पहुंचाया जाना चाहिए. बयान में कहा गया है कि राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) और राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के छात्रों को भी अभियानों और अन्य गतिविधियों में शामिल किया जाएगा.
 
जिला स्तरीय समाज कल्याण दल को स्थानीय विधायकों और जिलाधिकारियों के साथ मिलकर काम करने का निर्देश दिया गया है ताकि अभियान प्रभावी और व्यापक रूप से सुलभ हो. मंत्री ने कहा, ‘‘यह सिर्फ एक अभियान नहीं है. यह एक सामाजिक आंदोलन है. स्थायी परिवर्तन लाने के लिए हमें स्कूलों, नागरिक समाज और सामाजिक संगठनों की सक्रिय भागीदारी की आवश्यकता है.’’