कलबुर्गी
कर्नाटक के चित्तपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा दो नवंबर को आयोजित किए जाने वाले ‘पथ संचलन’ कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन द्वारा बुलाई गई शांति बैठक आम सहमति के बिना समाप्त हो गई। इस बैठक में कुल 10 संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया, लेकिन किसी ठोस निर्णय पर नहीं पहुँचा जा सका।
यह बैठक कर्नाटक उच्च न्यायालय की कलबुर्गी पीठ के निर्देशों के बाद आयोजित की गई थी। बैठक की अध्यक्षता कलबुर्गी की उपायुक्त फौजिया तरन्नुम ने की।
बैठक में आरएसएस, भीम आर्मी, भारतीय दलित पैंथर्स, हसीरू सेना, कर्नाटक राज्य चलवादी क्षेमभिवृद्धि संघ, कर्नाटक राज्य रैयत संघ, और गोंडा कुरुबा एसटी होराता समिति सहित विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद थे।
सूत्रों के अनुसार, कई संगठनों ने मांग रखी कि आरएसएस अपने मार्च के दौरान लाठी और भगवा ध्वज की जगह राष्ट्रीय ध्वज और संविधान की प्रस्तावना लेकर चले, ताकि कार्यक्रम एकता और सामंजस्य का संदेश दे सके। हालांकि, बैठक में मौजूद आरएसएस के प्रतिनिधियों ने इस सुझाव को अस्वीकार कर दिया।
अधिकारियों ने बताया कि किसी निष्कर्ष पर न पहुँच पाने के कारण बैठक बिना किसी सहमति के समाप्त कर दी गई।