NDMC took steps to deal with rising water level of Yamuna and heavy rains: Vice Chairman
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
नयी दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) के उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल ने मंगलवार को कहा कि परिषद ने राष्ट्रीय राजधानी में यमुना के बढ़ते जलस्तर और लगातार भारी बारिश से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने के लिए ठोस और त्वरित कदम उठाए हैं.
वजीराबाद और हथिनीकुंड बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण दिल्ली में यमुना नदी मंगलवार को इस वर्ष पहली बार निकासी के निशान को पार कर गई और इसके किनारे स्थित कई निचले इलाकों में पानी घुस गया जिससे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा.
दिल्ली के पुराने रेलवे पुल (ओआरबी) पर शाम चार बजे नदी का जलस्तर 206.03 मीटर दर्ज किया गया। पुल को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है.
एनडीएमसी द्वारा जारी एक बयान के अनुसार चहल ने कहा कि नगर निकाय ने अपनी जल निकासी व्यवस्था को मजबूत किया है, नालों से गाद निकालने का काम तेज कर दिया है, ‘बैकअप पंपिंग सिस्टम’ को सक्रिय कर दिया है और आपात स्थिति से निपटने के लिए चौबीसों घंटे काम करने वाला एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है.
बयान में चहल के हवाले से कहा गया, ‘‘एनडीएमसी की प्राथमिकता नागरिक-हितैषी विकास कार्य करना है।’’ उन्होंने बताया कि पुराने रेलवे पुल पर यमुना का जलस्तर 206.03 मीटर पर पहुंच गया है.
इस बीच, हथिनीकुंड बैराज से 1,53,767 क्यूसेक, वजीराबाद बैराज से 79,820 क्यूसेक और ओखला बैराज से 91,460 क्यूसेक पानी छोड़ा गया.