नई दिल्ली
— वक्फ संशोधन विधेयक 2025 के खिलाफ देशभर में मुस्लिम और इस्लामिक संगठनों का विरोध लगातार तेज होता जा रहा है. एक ओर जहां जगह-जगह जलसे और जुलूसों का सिलसिला जारी है, वहीं बुधवार, 30 अप्रैल की रात को एक अनोखा ‘बत्ती गुल’ विरोध प्रदर्शन आयोजित किया जा रहा है.
इस अभियान के तहत देशभर के मुसलमानों से अपील की गई है कि वे रात 9 बजे से 9:15 तक अपने घरों और प्रतिष्ठानों की बिजली बंद रखें, ताकि सरकार को यह संदेश दिया जा सके कि वक्फ संशोधन विधेयक किसी भी कीमत पर मंजूर नहीं है.
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को इस आंदोलन के समर्थन में सोशल मीडिया के ज़रिए लोगों से जुड़ने की अपील की. वहीं, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने भी एक वीडियो जारी कर इस शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन को सफल बनाने की गुज़ारिश की है.
मुंबई की रज़ा अकादमी भी इस मुहिम में पूरी तरह सक्रिय है.. संस्थापक मुहम्मद सईद नूरी और अन्य सुन्नी उलेमा ने सोशल मीडिया पर पोस्टर जारी कर सरकार से वक्फ संशोधन विधेयक को तुरंत वापस लेने की मांग की है.
इस बीच, जमाअत-ए-इस्लामी हिंद के अध्यक्ष सैयद सदातुल्लाह हुसैनी ने महाराष्ट्र के परभणी में आयोजित एक विरोध सभा को संबोधित करते हुए कहा,
“हम वक्फ संशोधन विधेयक को पूरी तरह अस्वीकार करते हैं. यह विधेयक वक्फ संपत्तियों और मुसलमानों के संवैधानिक अधिकारों पर हमला है. इसे हर हाल में वापस लिया जाना चाहिए।.”
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने अपनी अपील में कहा है:“वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 के विरोध में 30 अप्रैल, बुधवार को रात 9 बजे से 9:15 तक पूरे देश में 'बत्ती गुल' करके अपना विरोध दर्ज कराएं.”
विरोध कर रहे संगठनों का कहना है कि यह विधेयक वक्फ बोर्डों की स्वायत्तता और मुस्लिम समुदाय की धार्मिक व सामाजिक पहचान के लिए एक खतरा है, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता.