पंजाब, हरियाणा में और बारिश, बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कार्य जारी

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 02-09-2025
More rain in Punjab, Haryana, relief work continues in flood-affected areas
More rain in Punjab, Haryana, relief work continues in flood-affected areas

 

चंडीगढ़
 
पंजाब और हरियाणा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पुन: हुई बारिश से नदियां उफान पर हैं और बड़े इलाकों के जलमग्न होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
 
मौसम विभाग के अनुसार, दोनों राज्यों के कई हिस्सों में मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे तक समाप्त 24 घंटे की अवधि में बारिश दर्ज की गई।
 
पंजाब के अमृतसर में 18.3 मिमी, पटियाला में 70.5 मिमी, बठिंडा में 5 मिमी, फरीदकोट में 1 मिमी, गुरदासपुर में 32.8 मिमी, मानसा में 10 मिमी और मोहाली में 44.5 मिमी बारिश दर्ज की गई।
 
हरियाणा में बीते 24 घंटों के दौरान गुरुग्राम में 81 मिमी, अंबाला में 32.2 मिमी, हिसार में 35.1 मिमी, करनाल में 23.6 मिमी, नारनौल में 32 मिमी, रोहतक में 42.2 मिमी, नूंह में 57 मिमी, पंचकूला में 40 मिमी और सिरसा में 24.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। इस दौरान चंडीगढ़ में 40.8 मिमी वर्षा हुई।
 
हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण सतलुज, ब्यास, रावी नदियों के साथ ही मौसमी-छोटी नदियों में उफान के कारण पंजाब भारी बाढ़ की चपेट में है।
 
पंजाब में पठानकोट, गुरदासपुर, फाजिल्का, कपूरथला, तरनतारन, फिरोजपुर, होशियारपुर और अमृतसर जिलों के गांव बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित हुए है।
 
प्रभावित क्षेत्रों में एनडीआरएफ, सेना, बीएसएफ, पंजाब पुलिस और जिला प्राधिकारियों द्वारा राहत एवं बचाव कार्य जारी है।
 
पंजाब सरकार ने सोमवार को राज्य भर में लगातार भारी बारिश के मद्देनजर सभी कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और पॉलिटेक्निक संस्थानों को तीन सितंबर तक बंद करने की घोषणा की थी।
 
चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा सोमवार को जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया था कि खराब मौसम को देखते हुए केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के सभी स्कूल दो सितंबर को शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए बंद रहेंगे।
 
हरियाणा में भी एहतियात के तौर पर कुछ प्रभावित क्षेत्रों में मंगलवार को स्कूल बंद रखने का आदेश दिया गया था।
 
पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण यमुना सहित कुछ नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिसके कारण हरियाणा के प्राधिकारियों को सोमवार को यमुनानगर जिले में हथिनीकुंड बैराज के द्वार खोलने पड़े।
 
हथिनीकुंड बैराज से सोमवार सुबह नौ बजे 3,29,313 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। सोमवार को हथिनीकुंड बैराज पर यमुना का जल प्रवाह इस मानसून में अब तक सबसे ज्यादा दर्ज किया गया। मंगलवार सुबह बैराज से 1.76 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
 
अधिकारियों ने बताया कि अलर्ट जारी कर दिया गया है और हरियाणा के यमुनानगर तथा पानीपत, सोनीपत और फरीदाबाद सहित कुछ अन्य जिलों में यमुना के जलग्रहण क्षेत्र में आने वाले गांवों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
 
हरियाणा सरकार ने सोमवार को सभी फील्ड अधिकारियों को पांच सितंबर तक अपने मुख्यालयों पर रहने और कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया।
 
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उपायुक्तों के साथ बैठक की, राज्य भर में बारिश और बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की और जिला प्रशासन को आवश्यक निर्देश दिए।