आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
भारत में फुटसाल अभी अपनी प्रारंभिक अवस्था में है. हालांकि वार्षिक एआईएफएफ फुटसाल क्लब चैंपियनशिप में 17 टीमों के भाग लेने के साथ यह खेल धीरे-धीरे लेकिन लगातार विकास की ओर बढ़ रहा है.
दो साल पहले भारतीय पुरुष फुटसाल राष्ट्रीय टीम ने ताजिकिस्तान में अपना पहला एशियाई क्वालीफायर खेला था. अब राष्ट्रीय टीम एक बार फिर एएफसी फुटसाल एशियाई कप 2026 क्वालीफायर के लिए तैयारी कर रही है जो 20 से 24 सितंबर तक कुवैत में होगा.
एआईएफएफ फुटसाल क्लब चैंपियनशिप से सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के चयन के बाद भारतीय पुरुष फुटसाल टीम एशियाई क्वालीफायर की तैयारी के इरादे से 20 दिवसीय शिविर के लिए बेंगलुरु में एकत्रित हुई.
भारतीय फुटसाल टीम के मुख्य कोच नियुक्त किए गए रेजा कोर्डी रुद्रपुर में मौजूद थे जहां फुटसाल क्लब चैंपियनशिप आयोजित की गई थी और उन्होंने क्वालीफायर के लिए टूर्नामेंट से शीर्ष प्रतिभाओं को चुना.
ईरान के कोर्डी कतर, कुवैत, म्यांमार, थाईलैंड, अफगानिस्तान और ईरान जैसे देशों में फुटसाल कोचिंग का अपना विशाल अनुभव लेकर आए हैं.
कोर्डी ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि भारत में अपार संभावनाएं हैं और इसे आगे बढ़ाने और एक मजबूत टीम संस्कृति विकसित करने का यह सही समय है.
उन्होंने कहा, ‘‘(अन्य देशों के साथ) अधिक अंतर नहीं है। मुख्य अंतर फुटसाल ज्ञान और अनुभव का है। भारतीय खिलाड़ी तेज, बुद्धिमान और मजबूत मानसिकता वाले हैं - उन्हें बस और अधिक अनुभव की जरूरत है. सही प्रणाली और नियमित प्रतिस्पर्धा के साथ भारत एशिया में शीर्ष चार में पहुंच सकता है.’’
भारत को फुटसाल एशियाई कप क्वालीफायर के लिए ग्रुप ए में रखा गया है जहां उसका सामना मेजबान कुवैत (20 सितंबर), ऑस्ट्रेलिया (22 सितंबर) और मंगोलिया (24 सितंबर) से होगा.