हिमाचल के कुल्लू में मानसूनी कहर: अब तक 17 की मौत, ₹48 करोड़ से ज़्यादा का नुकसान

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 30-07-2025
Monsoon havoc in Himachal's Kullu: 17 dead so far, loss of more than ₹48 crore
Monsoon havoc in Himachal's Kullu: 17 dead so far, loss of more than ₹48 crore

 

कुल्लू (हिमाचल प्रदेश)

हिमाचल प्रदेश के कुल्लू ज़िले में इस बार मानसून भारी तबाही लेकर आया है। ज़िले में अब तक ₹48 करोड़ से अधिक का नुकसान दर्ज किया गया है और 17 लोगों की मौत हो चुकी है। यह जानकारी कुल्लू की उपायुक्त तोरल एस. रवीश ने मंगलवार को दी।

उन्होंने बताया कि डरमेढ़ा गांव के 65 निवासियों को एहतियातन सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है।
"मानसून शुरू होने के बाद से अब तक कुल्लू ज़िले के विभिन्न विभागों को ₹48 करोड़ का नुकसान हुआ है, जबकि व्यक्तिगत संपत्ति को ₹50 लाख तक का नुकसान हुआ है। अब तक 17 लोगों की जान जा चुकी है," उपायुक्त ने बताया।

इससे पहले मंगलवार शाम को धर्मशाला में भारी बारिश के कारण जलभराव, ट्रैफिक जाम और बिजली आपूर्ति में व्यवधान की स्थिति पैदा हो गई थी।

राज्यभर में मूसलधार बारिश का कहर जारी

हिमाचल प्रदेश इस समय भयंकर मानसूनी आपदाओं का सामना कर रहा है। राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (SEOC) के अनुसार मंगलवार तक राज्यभर में 357 सड़कें (जिसमें एक राष्ट्रीय राजमार्ग शामिल है), 182 बिजली ट्रांसफॉर्मर और 179 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं।

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) के आंकड़ों के अनुसार 20 जून से अब तक 170 लोगों की मौत हो चुकी है
इनमें से 94 मौतें बारिश से जुड़ी घटनाओं—जैसे भूस्खलन, बादल फटने, फ्लैश फ्लड, डूबने, करंट लगने और आकाशीय बिजली—के कारण हुईं।
बाकी 76 लोगों की मौत सड़क हादसों में हुई है।

मंडी जिला सबसे अधिक प्रभावित

मंडी जिला सबसे ज्यादा प्रभावित ज़िलों में है, जहां अब तक:

  • 259 सड़कें बंद

  • 172 ट्रांसफॉर्मर फेल

  • 47 जल योजनाएं बाधित

  • और सबसे अधिक मौतें दर्ज की गई हैं।

भूस्खलन और बाढ़ के कारण राजमार्ग अवरुद्ध हो गए हैं और कई दुर्गम इलाके मुख्यधारा से कट गए हैं। घरों, मवेशियों, फसलों और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है।

एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।

मुख्यमंत्री का बयान

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि मंडी के जेल रोड क्षेत्र में भारी बारिश के कारण भयंकर तबाही हुई है।
"मंडी के जेल रोड क्षेत्र में भारी वर्षा के कारण भारी नुकसान हुआ है। अब तक दो लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, और मलबे में और लोगों के फंसे होने की आशंका है," उन्होंने शिमला में संवाददाताओं से कहा।

मुख्यमंत्री ने इसे बादल फटने जैसी आपदा करार दिया।

अधिकारियों की अपील

प्रशासन ने लोगों से संवेदनशील क्षेत्रों की यात्रा से बचने और मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लेने की अपील की है। राज्य में अगले कुछ दिनों तक बारिश जारी रहने का पूर्वानुमान है।