आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में गुरुवार सुबह बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) के आसपास रहने वाले लोग हल्की धुंध भरे आसमान के साथ जागे। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 148 दर्ज किया गया, जो ‘मध्यम’ श्रेणी में आता है। हालांकि यह स्तर गंभीर नहीं माना जाता, लेकिन इससे वायुमंडलीय स्पष्टता में गिरावट साफ़ महसूस की गई।
मुंबई के अन्य इलाकों में भी हवा की गुणवत्ता अलग-अलग स्तर पर दर्ज की गई। चेंबूर में AQI 182 रहा, जबकि घाटकोपर में 161 और कुर्ला में 126 दर्ज किया गया। चाकला-अंधेरी ईस्ट (IITM) में AQI 114, वर्ली में 106 और मझगांव में 91 रहा। राहत की बात यह रही कि मलाड वेस्ट में AQI 51 दर्ज किया गया, जो ‘संतोषजनक’ श्रेणी के क़रीब माना जाता है। AQI के मानकों के अनुसार 0 से 50 ‘अच्छा’, 51 से 100 ‘संतोषजनक’ और 101 से 200 ‘मध्यम’ श्रेणी में आते हैं।
वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हालात कहीं ज़्यादा गंभीर बने हुए हैं। रविवार सुबह दिल्ली का औसत AQI 461 दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। यह स्थिति तब है, जब दिल्ली और एनसीआर में पहले से ही ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP)-IV लागू है। शहर के कई इलाकों में घना स्मॉग छाया रहा, जिससे दृश्यता बेहद कम हो गई।
गाज़ीपुर, आईटीओ और आनंद विहार इलाकों में जहरीली धुंध की मोटी परत देखी गई। आनंद विहार में AQI 491 दर्ज किया गया, जो बेहद चिंताजनक है। आईएसबीटी कश्मीरी गेट के बाहर AQI 384 रहा, जबकि धौला कुआं में यह 266 दर्ज किया गया, जिसे ‘खराब’ श्रेणी में रखा गया है।