इंदौर
आगामी होली के त्योहार से पहले इंदौर में सुरक्षा इंतजामों को कड़ा कर दिया गया है. पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) ने कानून व्यवस्था बनाए रखने और शांतिपूर्ण उत्सव को सुनिश्चित करने के लिए महू में फ्लैग मार्च किया.
स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों से सुरक्षा दिशा-निर्देशों का पालन करने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना देने की अपील की है. होली, जो अपने रंगीन और जीवंत उत्सवों के लिए प्रसिद्ध है, में आमतौर पर बड़ी भीड़ होती है, जिससे सुरक्षा एजेंसियां सतर्क रहती हैं.
इसके अलावा, स्थानीय प्रशासन ने यातायात प्रतिबंध और सार्वजनिक सुरक्षा उपायों को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए हैं। छोटी होली, जिसे होलिका दहन भी कहा जाता है, आज मनाई जाएगी. यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, और इस दिन लोग होलिका के पुतले जलाकर पूजा करते हैं.
हिंदू समुदाय के लोग इस दिन लकड़ी के ढेर को सफेद धागे से लपेटकर, पवित्र जल, कुमकुम और फूल चढ़ाकर पूजा करते हैं. इससे पहले बुधवार को नोएडा पुलिस ने होली और 'जुम्मा नमाज' (शुक्रवार की नमाज) से पहले फ्लैग मार्च किया. पुलिस उपायुक्त राम बदन सिंह ने कहा कि "अराजक तत्वों" के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है और पर्याप्त बल तैनात किया गया है ताकि कोई भी अप्रिय घटना न हो.
सिंह ने एएनआई से कहा, "इस बार होली की संवेदनशीलता थोड़ी बढ़ी है, क्योंकि उसी दिन जुम्मा नमाज भी अदा की जाएगी. इसको ध्यान में रखते हुए फ्लैग मार्च किया गया है. हमने सुनिश्चित किया है कि त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से मनाया जाए और अराजक तत्वों के खिलाफ लगातार कार्रवाई चल रही है."
इसके साथ ही, उत्तर प्रदेश पुलिस ने भी होली के मद्देनजर सुरक्षा उपायों को सख्त कर दिया है. जिला खुफिया नेटवर्क को सक्रिय किया गया है और सभी पुलिस कर्मियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है. अवैध जहरीली शराब के उत्पादन, बिक्री और परिवहन पर कड़ी नजर रखने के लिए व्यापक कार्ययोजना बनाई गई है.
आबकारी अधिकारियों और स्थानीय मजिस्ट्रेटों के साथ मिलकर छापेमारी और औचक निरीक्षण किए जाएंगे, और मिलावटी शराब के खिलाफ जन जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे. इसके अलावा, अस्पतालों में जीवन रक्षक दवाओं और उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी और आपातकालीन सेवाएं चौबीसों घंटे उपलब्ध रहेंगी.
नगर निगम अधिकारियों को जलापूर्ति, सफाई और प्रकाश व्यवस्था को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही, पुलिस कर्मियों, सीसीटीवी और ड्रोन निगरानी के जरिए संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ाई जाएगी. बम निरोधक दस्ते और खोजी कुत्तों की टीमें भीड़भाड़ वाली जगहों और प्रमुख प्रतिष्ठानों की जांच करेंगी. अग्निशमन व्यवस्था की भी समीक्षा की जा रही है.