भारतीय सैन्य परंपराः लेफ्टिनेंट जनरल पांडे सैनिकों संग नमाज में शामिल हुए

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] • 2 Years ago
जेएकेएलआई के सैनिकों को संबोधित करते लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे
जेएकेएलआई के सैनिकों को संबोधित करते लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे

 

नई दिल्ली. श्रीनगर में जम्मू और कश्मीर लाइट इन्फैंट्री (जेएकेएलआई) के सैनिकों के साथ मगरिब नमाज में शिरकत करने वाले कश्मीर स्थित चिनार कॉर्प्स के जनरल ऑफिसर-इन-कमांड-कमांड (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें ‘सेक्युलर इंडिया‘ और भारतीय सेना की महान परंपराओं की तारीफ की जा रही है.

जेएकेएलआई जम्मू और कश्मीर के सैनिकों को आकर्षित करती है और इसलिए इसमें मुसलमानों की एक बड़ी संख्या है. इस रेजीमेंट में बौद्ध सहित सभी धर्मों के त्योहारों को मनाने की परंपरा है.

लेफ्टिनेंट जनरल पांडे श्रीनगर के जेएकेएलआई रेजिमेंटल सेंटर में थे और सैनिकों के साथ नमाज और इफ्तार में भाग लिया.

लेफ्टिनेंट जनरल पांडे ने अपने सैनिकों के साथ प्रार्थना करते हुए कई तस्वीरें ट्विटर पर साझा की हैंः

 

1947 अक्टूबर में पाकिस्तान के आक्रमणकारियों से लड़ने के लिए जेएकेएलआई को शुरुआत में स्वयंसेवक सैनिकों की एक रेजिमेंट के रूप में बनाया गया था. 1972 तक यह गृह मंत्रालय के अधीन रही और 1972 में भारतीय सेना की एक पूर्ण पैदल सेना रेजिमेंट में परिवर्तित हो गई.

 

यह एक परम वीर चक्र के साथ सबसे सुशोभित रेजिमेंटों में से एक है. इसका तीन अशोक चक्र का क्रेडिट है.