श्रीनगर. जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (जेकेएनसी) के उपाध्यक्ष और बारामुल्ला लोकसभा उम्मीदवार उमर अब्दुल्ला बारामुल्ला में निर्दलीय उम्मीदवार अब्दुल रशीद शेख से 46,225वोटों से पीछे चल रहे हैं. यह जानकारी चुनाव आयोग ने दी है.
अनुच्छेद 370के निरस्त होने के बाद जम्मू और कश्मीर में यह पहला लोकसभा चुनाव है. जम्मू और कश्मीर की पांच सीटों के लिए चुनाव पांच चरणों में हुए थे.
उमर अब्दुल्ला ने मीडिया से बात करते हुए उम्मीद जताई कि एग्जिट पोल जम्मू और कश्मीर के लिए सटीक और देश के बाकी हिस्सों के लिए गलत हैं. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें विश्वास है कि उनकी पार्टी, जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस, तीनों सीटें जीतेगी. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पूरा भरोसा है कि जेकेएनसी तीनों सीटें जीतेगी. एग्जिट पोल की भविष्यवाणियां गलत साबित होंगी. मुझे उम्मीद है कि एग्जिट पोल जम्मू-कश्मीर के लिए सही और देश के बाकी हिस्सों के लिए गलत साबित होंगे...’’
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती अनंतनाग-राजौरी सीट पर पीछे चल रही हैं.
2019के लोकसभा चुनाव में, भाजपा के जम्मू-कश्मीर में छह उम्मीदवार मैदान में थे, लेकिन कश्मीर में एक भी सीट जीतने में विफल रही.
इस आम चुनाव में 8,000से अधिक उम्मीदवारों के लिए वोटों की सुचारू गिनती सुनिश्चित करने के लिए कड़े सुरक्षा उपाय लागू किए गए हैं. आज रात 8बजे से वोटों की गिनती शुरू हुई.
इससे पहले, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि ‘बहुत मजबूत प्रणाली’ लागू की गई है. उन्होंने कहा, ‘‘करीब 10.5लाख बूथ हैं. प्रत्येक बूथ पर 14टेबल होंगे. पर्यवेक्षक और माइक्रो-ऑब्जर्वर होंगे. इस प्रक्रिया में लगभग 70-80लाख लोग शामिल हैं.’’
सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में विधानसभा चुनावों के नतीजे 543 सदस्यीय लोकसभा के लिए मतदान के साथ ही घोषित किए गए. आंध्र प्रदेश में 175 विधानसभा क्षेत्रों और ओडिशा में 147 विधानसभा क्षेत्रों के नतीजे और 25 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव के नतीजे भी आज घोषित किए जाएंगे. लोकसभा चुनाव सात चरणों में आयोजित किए गए थे- 19अप्रैल, 26अप्रैल, 7मई, 13मई, 20मई, 25मई और 1जून को.