अमरनाथ यात्रा के लिए कश्मीर पुलिस की सलाह: श्रद्धालु केवल निर्धारित कॉन्वॉय में करें यात्रा

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 03-07-2025
Kashmir Police's advice for Amarnath Yatra: Devotees should travel only in designated convoys
Kashmir Police's advice for Amarnath Yatra: Devotees should travel only in designated convoys

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली 

 
कश्मीर पुलिस ने अमरनाथ यात्रा 2025 के लिए तीर्थयात्रियों को यात्रा संबंधी एक महत्वपूर्ण सलाह जारी की है. इस सलाह में श्रद्धालुओं से कहा गया है कि वे केवल निर्धारित कॉन्वॉय (सुरक्षा घेरे में चलने वाले दल) के माध्यम से ही यात्रा करें. यह यात्रा गुरुवार से शुरू हो चुकी है और इसके प्रारंभ से पहले ही पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी, के चलते सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता और व्यवस्था पहले से कड़ी कर दी गई है.
 
कश्मीर ज़ोन पुलिस ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर जारी अपने संदेश में लिखा है: "#Advisory for Yatris of Shri Amarnathji Yatra 2025. All the pilgrims undertaking Shri Amarnathji Yatra 2025 are advised to travel only in designated convoys originating from Bhagwati Nagar, Baltal and Nunwan Base Camps."
 
साथ ही यह भी कहा गया कि जो श्रद्धालु अपनी यात्रा की निर्धारित तिथि से बहुत पहले घाटी पहुंचते हैं, वे अपनी तिथि के थोड़ा पहले ही घाटी में पहुंचें ताकि प्रशासन को सुरक्षा और आवास संबंधी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से लागू करने में मदद मिल सके.
 
स्वास्थ्य सेवाएं भी चौकस

श्रद्धालुओं की चिकित्सा ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए, रामबन ज़िले में व्यापक इंतज़ाम किए गए हैं. ज़िले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी कमल ज़ाडू ने बताया कि 17 मेडिकल कैंप लंगर साइट्स और ठहराव केंद्रों पर लगाए गए हैं. मिनी अस्पताल चंदरकोट यात्री निवास और लाम्भर ग्राउंड पर स्थापित किए गए हैं, जहां ECG यूनिट, लैब और चार-बेड की इनडोर सुविधा मौजूद है. इन अस्पतालों में इस बार कार्डियक मॉनिटर भी लगाए गए हैं. दो एम्बुलेंस चंदरकोट यात्री निवास और लाम्भर में तैनात की गई हैं, और आकस्मिक हालात से निपटने के लिए बैकअप एम्बुलेंस भी तैयार रखी गई हैं.
 
यात्रा मार्ग और अवधि

अमरनाथ यात्रा 2 जुलाई को जम्मू के भगवती नगर बेस कैंप से पहले जत्थे के प्रस्थान के साथ शुरू हो चुकी है. यह 38 दिन तक चलेगी और 9 अगस्त को समाप्त होगी. यह तीर्थयात्रा ऐसे समय में हो रही है जब धार्मिक पहचान के आधार पर किए गए हालिया आतंकवादी हमले ने सुरक्षा एजेंसियों को अतिरिक्त सतर्क कर दिया है. पहलगाम में हुआ हमला न केवल अमरनाथ यात्रा बल्कि पूरे क्षेत्र की सुरक्षा स्थिति के लिए एक बड़ा संकेत माना गया है.
 
इस पृष्ठभूमि में कश्मीर पुलिस की यह एडवाइजरी श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए जारी की गई है. यात्रा में भाग लेने वाले सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध किया गया है कि वे प्रशासन द्वारा तय दिशानिर्देशों का पालन करें और केवल अधिकृत कॉन्वॉय के साथ ही आगे बढ़ें. यात्रा का उद्देश्य केवल तीर्थ नहीं, बल्कि जीवन की सुरक्षा के साथ आध्यात्मिकता की यात्रा है। प्रशासन और पुलिस के दिशा-निर्देशों को मानना उसी श्रद्धा का हिस्सा है.