जमशेदपुर
झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले में भारी बारिश के कारण एक निजी आवासीय विद्यालय जलमग्न हो गया, जिसमें फंसे 162 छात्रों को रविवार को पुलिस, दमकल कर्मियों और ग्रामीणों की मदद से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। यह घटना जमशेदपुर से करीब 45 किलोमीटर दूर कोवाली थाना क्षेत्र के पांडरसोली स्थित लव कुश आवासीय विद्यालय में हुई, जहां शनिवार देर रात अचानक तेज बारिश के चलते विद्यालय परिसर में पानी भर गया।
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) ऋषभ गर्ग ने बताया कि विद्यालय प्रशासन ने स्थिति बिगड़ने पर सभी छात्रों को स्कूल की छत पर शिफ्ट कर दिया था, जहां उन्होंने पूरी रात बिताई। रविवार तड़के साढ़े पांच बजे स्थानीय प्रशासन को सूचना मिलने पर पुलिस, अग्निशमन दल और ग्रामीणों की सहायता से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। छात्रों को एक-एक कर बाहर निकाला गया, जिसमें नौकाओं का भी इस्तेमाल किया गया।
हालांकि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीम को भी बुलाया गया था, लेकिन उनके पहुंचने से पहले ही सभी छात्रों को सुरक्षित निकाल लिया गया। कोवाली थाना प्रभारी धनंजय पासवान के अनुसार, स्कूल का एकमंजिला भवन पूरी तरह पानी में डूब चुका था और एहतियातन विद्यालय को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है।
बचाए गए छात्रों में से जो स्थानीय हैं, उन्हें उनके घर भेज दिया गया है, जबकि शेष छात्रों को उनके गृह जिलों — दुमरिया, घाटशिला, मुसाबनी और जमशेदपुर — पहुंचाने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन ने ली है।
इस बीच पूर्वी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां जिला प्रशासन ने खड़खाई और स्वर्णरेखा नदियों के जलस्तर में अचानक वृद्धि और ओडिशा के रायरंगपुर बांध से पानी छोड़े जाने की आशंका के मद्देनजर हाई अलर्ट जारी किया है। पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने तटीय क्षेत्रों के निवासियों से सतर्क रहने की अपील की है और संबंधित अधिकारियों को लोगों के साथ समन्वय बनाकर काम करने के निर्देश दिए हैं।
सरायकेला-खरसावां के उपायुक्त नितीश कुमार सिंह ने बाढ़ संभावित इलाकों की पहचान करने, नदी किनारे तैनाती बढ़ाने और सार्वजनिक उद्घोषण प्रणाली के माध्यम से लोगों को समय रहते सचेत करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सिविल सर्जन को सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को तैयार रखने, मोबाइल मेडिकल यूनिट्स और एंबुलेंस तैनात करने को भी कहा है।
मौसम विभाग ने 30 जून को रांची, खूंटी, बोकारो, धनबाद, रामगढ़, सरायकेला-खरसावां और पश्चिमी सिंहभूम में भारी बारिश को लेकर ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है। एक जुलाई को गुमला, गढ़वा, पलामू, चतरा, लातेहार और लोहरदगा जिलों के लिए भी भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस स्थिति पर गहरी चिंता जताई है और 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा है, “राज्य के कई जिलों में आगामी दिनों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। आपदा प्रबंधन विभाग और सभी जिला प्रशासन मौसम विभाग व अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय में रहें, सतर्कता बरतें और हर परिस्थिति में लोगों को सहायता पहुंचाना सुनिश्चित करें।”