कुलगाम (जम्मू-कश्मीर)
जम्मू-कश्मीर एक्साइज विभाग ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर दक्षिण कश्मीर के कई इलाकों में नशा विरोधी अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के आसपास उग रही जंगली भांग (कैनाबिस) को नष्ट किया जा रहा है, ताकि नशे की समस्या पर काबू पाया जा सके।
एक्साइज विभाग के अधिकारी मोहम्मद अमीन भट ने शनिवार को ANI से बातचीत में बताया,“हमने अब तक करीब 350 कनाल में फैली जंगली भांग को नष्ट किया है। यह सफाई अभियान बिजबेहड़ा से संगम और उससे आगे तक के हाईवे इलाकों में चलाया जा रहा है।”
इससे पहले जुलाई में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB), श्रीनगर ज़ोन ने दक्षिण कश्मीर में एक बड़े ड्रग तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ किया था। इस दौरान दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिनमें एक पूर्व आतंकी भी शामिल था, और 39 किलोग्राम पोपी स्ट्रॉ (अफीम की भूसी) बरामद की गई थी।
इस ऑपरेशन को खास खुफिया जानकारी के आधार पर 8 और 9 जुलाई को अनंतनाग जिले के बिजबेहड़ा क्षेत्र में अंजाम दिया गया।पहली रेड में लगभग 28 किलोग्राम पोपी स्ट्रॉ बरामद की गई थी, जबकि पूछताछ के बाद शबीर नामक व्यक्ति के घर से 11 किलोग्राम और बरामद किए गए।
जांच में सामने आया कि शबीर प्रतिबंधित संगठन जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) का पूर्व सदस्य है। वह 1996 में आतंकी गतिविधियों के आरोप में गिरफ्तार हुआ था और 2004 में रिहा हुआ।
दूसरा आरोपी अमीन, पहले भी नारकोटिक्स से जुड़े मामलों में गिरफ्तार हो चुका है। उस पर 2017 में हिमाचल प्रदेश के इंदौरा थाने में NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज है और दूसरा केस अनंतनाग के श्रीगुफवारा इलाके से है, जिसमें 523 किलोग्राम पोपी स्ट्रॉ जब्त की गई थी। वह दोनों मामलों में जमानत पर बाहर है।
NCB अधिकारियों के अनुसार, प्रारंभिक जांच में संकेत मिले हैं कि यह एक संगठित ड्रग नेटवर्क है, जो स्थानीय किसानों से मादक पदार्थ खरीदकर गैरकानूनी रास्तों से दूसरे राज्यों तक पहुंचाता है।
सरकारी एजेंसियां अब इस नेटवर्क की जड़ों तक पहुंचने के लिए गहन जांच में जुटी हैं। वहीं, एक्साइज विभाग और पुलिस की टीमें दक्षिण कश्मीर के अन्य इलाकों में भी नशा विरोधी अभियान जारी रखेंगी।