जम्मू (जम्मू और कश्मीर)
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को जम्मू स्थित राजभवन में जम्मू-कश्मीर में बाढ़ की स्थिति को लेकर एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की।
इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, विपक्ष के नेता सुनील शर्मा और कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक के बाद, अमित शाह बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण भी करेंगे ताकि राहत और बचाव कार्यों की स्थिति का प्रत्यक्ष अवलोकन किया जा सके।
26 अगस्त को वैष्णो देवी मार्ग पर भूस्खलन, 30 से अधिक लोगों की मौत
26 अगस्त को दोपहर करीब 3 बजे, कटरा से वैष्णो देवी मंदिर तक के 12 किलोमीटर लंबे रास्ते के बीच अर्धकुंवारी के पास इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास भारी बारिश के चलते भीषण भूस्खलन हुआ, जिसमें 30 से अधिक लोगों की जान चली गई, जबकि 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए।
27 अगस्त को श्री माता वैष्णो देवी यात्रा को भूस्खलन और भारी बारिश के कारण स्थगित कर दिया गया। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति के गठन का आदेश दिया है।
रामबन जिले में बादल फटने से चार की मौत, एक लापता
शनिवार को जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले के राजगढ़ क्षेत्र में बादल फटने की घटना में चार लोगों की मौत हो गई और एक व्यक्ति लापता बताया गया।
इसके बाद भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस, सीआरपीएफ, UTDRF और अन्य एजेंसियों ने रविवार को राहत व बचाव कार्य शुरू किया। अब तक चार शव बरामद किए जा चुके हैं।
रामबन के डिप्टी कमिश्नर मोहम्मद इलियास खान और एसएसपी अरुण गुप्ता मौके पर पहुंचे और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) और क्विक रिस्पांस टीम (QRT) के साथ स्थिति का जायजा लिया।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने किया दौरा
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने रविवार को बादल फटने से प्रभावित रामबन जिले का दौरा किया और मरोग गांव में नुकसान का निरीक्षण किया।
उन्होंने बताया कि भूस्खलन से प्रभावित इलाकों में पुनर्स्थापना कार्यों में लगभग 20 से 25 दिन लग सकते हैं। साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि दोनों दिशाओं के लिए वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध हैं, जिससे यातायात प्रभावित नहीं होगा।
मुख्यमंत्री ने प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया और प्रशासन को राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।