नई दिल्ली
भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी और उनके परिवार को लेकर हाल में सोशल मीडिया पर किए गए निजी हमलों को लेकर IPS एसोसिएशन ने सख्त प्रतिक्रिया दी है. एसोसिएशन ने एक सार्वजनिक बयान में कहा कि वह इस तरह के निंदनीय और अनुचित व्यक्तिगत हमलों की कड़ी निंदा करता है. साथ ही उन्होंने राष्ट्र सेवा में समर्पित सिविल सेवकों की गरिमा और सुरक्षा को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई.
आईपीएस एसोसिएशन ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में लिखा:"हम विदेश सचिव श्री विक्रम मिसरी और उनके परिवार के खिलाफ़ निंदनीय व्यक्तिगत हमलों की स्पष्ट रूप से निंदा करते हैं. अपने कर्तव्यों के प्रति प्रतिबद्ध सिविल सेवकों पर इस तरह के अनुचित हमले बिल्कुल असहनीय हैं. हम राष्ट्र के प्रति उनकी अटूट सेवा की सराहना करते हैं और सार्वजनिक सेवा की गरिमा की रक्षा के लिए अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं."
विक्रम मिसरी हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत द्वारा किए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत के रुख का मजबूती से पक्ष रख रहे हैं. इस बीच कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा उनके परिवार को निशाना बनाते हुए सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत टिप्पणियां की गईं, जो कई वरिष्ठ अधिकारियों और पूर्व राजनयिकों को भी खली.
आईपीएस एसोसिएशन की यह प्रतिक्रिया स्पष्ट संकेत देती है कि सिविल सेवकों पर व्यक्तिगत हमलों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, खासकर जब वे संवेदनशील और राष्ट्रहित में लिए गए निर्णयों पर काम कर रहे हों.
— IPS Association (@IPS_Association) May 11, 2025
विशेषज्ञों की राय
पूर्व विदेश सचिव शिवशंकर मेनन ने कहा, "सिविल सेवा को राजनीतिक या व्यक्तिगत निशानेबाज़ी से अलग रखा जाना चाहिए. यह संस्थागत स्थिरता और लोकतंत्र के लिए अनिवार्य है."
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल उठाया है कि क्या हमें लोकतांत्रिक संवाद और आलोचना के नाम पर सिविल सेवकों के परिवारों को भी घसीटने की छूट देनी चाहिए?
संवेदनशील जिम्मेदारियों में लगे अधिकारियों के लिए गरिमा और सुरक्षा का माहौल बनाना आज की जरूरत है.