भारतीय टीम प्रबंधन कोटला की पिच से नाखुश, भविष्य में तेज गेंदबाजों के लिए मददगार पिच की मांग

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 14-10-2025
Indian team management unhappy with Kotla pitch, demands pitches more conducive for fast bowlers in future
Indian team management unhappy with Kotla pitch, demands pitches more conducive for fast bowlers in future

 

नयी दिल्ली
 
वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरा टेस्ट मैच मंगलवार को आसानी से सात विकेट से जीतने के बावजूद भारतीय टीम प्रबंधन यहां के फिरोज शाह कोटला मैदान की पिच से ज्यादा खुश नहीं है।
 
भारतीय टीम का अगला टेस्ट मैच दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नवंबर में कोलकाता और गुवाहाटी में खेला जायेगा। इन मैचों में टीम प्रबंधन ऐसी पिचें चाहेगा जो जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज जैसे प्रमुख तेज गेंदबाजों के लिए अधिक प्रभावी हो, भले ही दक्षिण अफ्रीका की टीम में कगिसो रबाडा जैसे विश्व स्तरीय गेंदबाज है।
 
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो मैचों की यह श्रृंखला 14 नवंबर से शुरू होगी।
 
मुख्य कोच गौतम गंभीर ने इस पिच को लेकर निराशा जतायी। पिच से मध्यम गति के गेंदबाजों और अंगुली के स्पिनरों को कोई मदद नहीं मिली।
 
गंभीर ने दो मैचों की टेस्ट श्रृंखला में 2-0 से सूपड़ा साफ करने के बाद कहा, ‘‘ मेरा मानना हैं कि हमें यहां एक बेहतर पिच मिल सकती थी। हमें पांचवें दिन परिणाम मिला लेकिन मुझे लगता है कि बल्ले का किनारा लेने के बाद गेंद विकेटकीपर या स्लिप के क्षेत्ररक्षकों तक पहुंचनी चाहिये थी।
 
गंभीर ने बुमराह और सिराज के महत्व पर जोर देते हुए कहा, ‘‘मैं जानता हूं कि हम स्पिनरों की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में बात करते रहते हैं, लेकिन जब आपके पास दो शानदार तेज गेंदबाज हो आप चाहते है कि वे मैच में अहम योगदान दे।’’
 
परंपरागत रूप से अरुण जेटली स्टेडियम पिच स्पिनरों के लिए मददगार होती है लेकिन रविंद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर को इससे कोई मदद नहीं मिली।
 
स्पिनरों की धीमी गेंदों को बल्लेबाज आसानी से बैकफुट की मदद से खेल रहे थे।
 
गंभीर ने कहा, ‘‘ पिच में थोड़ी गति और उछाल होनी चाहिये। लेकिन यहां की पिच में ऐसा कुछ भी नहीं था, यह निराशाजनक है।’’
 
उन्होंने कहा, ‘‘ हम भविष्य में बेहतर पिचों का इस्तेमाल कर सकते है क्योंकि टेस्ट क्रिकेट को बचाये रखने की जिम्मेदारी हम सभी की है।