नई दिल्ली
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को "क्रांतिकारी" करार दिया और कहा कि इससे किसानों, युवाओं, एमएसएमई क्षेत्र और उद्योग सहित भारत के हर वर्ग को लाभ होगा।
उन्होंने कहा कि इसके साथ, भारत अपने 99 प्रतिशत निर्यात को शुल्क-मुक्त रूप से ब्रिटेन भेज सकेगा।
भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए), जिसे व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौता भी कहा जाता है, पर गोयल और उनके समकक्ष जोनाथन रेनॉल्ड्स ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए।
यहां भाजपा मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, गोयल ने एफटीए पर हस्ताक्षर करने में भारत की सफलता का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व को दिया और कहा, "यह एक क्रांतिकारी समझौता है।"
उन्होंने कहा कि यह भारत के किसानों, भारतीय उद्योग, एमएसएमई क्षेत्र, श्रमिकों, युवाओं और मछुआरों के लिए "अपार अवसर" लेकर आएगा।
गोयल ने ज़ोर देकर कहा कि ब्रिटेन के साथ यह समझौता भारत की शर्तों पर "विश्वासपूर्वक" किया गया था और इसमें कृषि और इथेनॉल जैसी "संवेदनशील वस्तुओं" की सुरक्षा भी शामिल थी।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने दावा किया कि यूपीए शासन के दौरान कई मौकों पर उन्होंने भारतीय बाज़ारों को इस तरह खोला कि देश को नुकसान हुआ।
उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि यह मुक्त व्यापार समझौता भारत की भविष्य की अर्थव्यवस्था के लिए एक बहुत बड़ा संदेश देता है। आने वाले वर्षों में हम सभी देखेंगे कि इससे भारत को क्या लाभ होंगे।"
मंत्री ने कहा कि ब्रिटेन की संसद की मंज़ूरी मिलते ही यह मुक्त व्यापार समझौता लागू हो जाएगा।
उन्होंने भारतीय उद्योग जगत से इस समझौते का अध्ययन करने और जूते, चमड़ा, खिलौने, दवा, रत्न एवं आभूषण, खाद्य प्रसंस्करण और सेवा क्षेत्र सहित विभिन्न क्षेत्रों में बाज़ार तलाशने की अपील की।