न्यूयॉर्क
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि देश को आने वाले वर्षों में ऊर्जा उत्पादों के क्षेत्र में अमेरिका के साथ व्यापार बढ़ने की उम्मीद है और देश के ऊर्जा सुरक्षा लक्ष्यों में अमेरिका की भागीदारी महत्वपूर्ण होगी।
गोयल ने मंगलवार को यहां कहा, ‘‘ स्पष्ट रूप से दुनिया मानती है कि (ऊर्जा सुरक्षा) एक ऐसा क्षेत्र है जहां हम सभी को मिलकर काम करना होगा। भारत ऊर्जा क्षेत्र में एक बड़ा खिलाड़ी है... हम अमेरिका सहित दुनिया भर से ऊर्जा के बड़े आयातक हैं।’’
मंत्री ने न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूतावास, यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम (यूएसआईएसपीएफ) और भारत के अग्रणी कार्बन मुक्त समाधान प्रदाता ‘रीन्यू’ द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘बदलते वैश्विक परिदृश्य में ऊर्जा सुरक्षा: सीमाओं के पार लचीले ऊर्जा बाजारों का निर्माण’ में मुख्य भाषण दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘ हमें उम्मीद है कि आने वाले वर्ष में ऊर्जा उत्पादों पर अमेरिका के साथ हमारा व्यापार बढ़ेगा। घनिष्ठ मित्र और स्वाभाविक साझेदार होने के नाते हमारे ऊर्जा सुरक्षा लक्ष्यों में अमेरिकी भागीदारी अधिक होगी जिससे भारत के लिए मूल्य स्थिरता, ऊर्जा के विविध स्रोत सुनिश्चित होंगे और हमें ऊर्जा एवं उससे परे विभिन्न मोर्चों पर अमेरिका के साथ असीमित संभावनाओं को खोलने में मदद मिलेगी।’’
मंत्री ने कहा कि एक और क्षेत्र जहां भारत और अमेरिका मिलकर काम कर सकते हैं और साथ मिलकर काम करने की योजना बना सकते हैं.... वह परमाणु ऊर्जा का क्षेत्र है।
गोयल ने कहा, ‘‘ यह एक ऐसा क्षेत्र है जिस पर हम लंबे समय से बात कर रहे हैं। कुछ ऐसे पहलू थे जिन्हें ठीक करने की जरूरत थी। मेरा मानना है कि हम भारत में परमाणु ऊर्जा पर निजी प्रयासों का समर्थन करने के लिए काम कर रहे हैं।’’
इस कार्यक्रम में सांसद अनुराग ठाकुर, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय में सचिव पंकज जैन, यूएसआईएसपीएफ के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) एवं अध्यक्ष मुकेश अग्नि, रीन्यू की सह-संस्थापक वैशाली निगम सिन्हा और रीन्यू के चेयरमैन एवं सीईओ सुमंत सिन्हा शामिल हुए।
गोयल द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर शीघ्र निष्कर्ष निकालने के लिए न्यूयॉर्क पहुंचे हैं। वह अमेरिकी पक्ष के साथ बैठकों के लिए एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं।