इंफाल
मणिपुर में 19 सितंबर को असम राइफल्स (AR) के काफिले पर हुए घातक हमले के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। इस हमले में असम राइफल्स के दो जवान शहीद हो गए थे।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव सिंह ने एक बयान में बताया कि आरोपियों से मिली जानकारी के आधार पर कुछ हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया गया है।
अभियान और गिरफ्तारी का विवरण
डीजीपी ने बताया कि कामेंग क्षेत्र में सशस्त्र आतंकवादियों की मौजूदगी की विशेष सूचना मिलने के बाद, जिला पुलिस इंफाल पश्चिम, बिष्णुपुर, 33 एआर और अन्य सुरक्षा बलों की एक संयुक्त टीम ने 23 सितंबर की देर रात लगभग एक बजे एक विशेष तलाशी अभियान शुरू किया।
बयान में कहा गया, "अभियान के दौरान, खोमद्रम ओजित सिंह उर्फ कीलाल (47) नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान, उसने स्वीकार किया कि वह घात लगाकर किए गए इस हमले में सीधे तौर पर शामिल था।"
उसने खुलासा किया कि 19 सितंबर को शाम लगभग साढ़े पांच बजे नाम्बोल (जिला बिष्णुपुर) के सबल लेईकाई में 33 एआर कर्मियों पर किए गए हमले में वह शामिल था। गिरफ्तारी के बाद, हमले में शामिल अन्य अपराधियों को पकड़ने के लिए छापेमारी जारी है।
हमले और बरामदगी की जानकारी
गिरफ्तार आरोपी ने बताया कि असम राइफल्स कर्मियों पर गोलीबारी करने के बाद, वह अन्य हमलावरों के साथ लोकटक झील की ओर भाग गया था और अपने हथियार तथा गोला-बारूद एक गुप्त स्थान पर छिपा दिए थे। बरामद किए गए हथियारों और गोला-बारूद में मैगजीन के अलावा इंसास और अन्य राइफलें शामिल हैं।
गौरतलब है कि हमले के संबंध में पुलिस पहले ही दो अन्य व्यक्तियों को हिरासत में ले चुकी है और एक वैन भी बरामद की गई है, जिसका इस्तेमाल हमले में होने का संदेह है। इससे पहले, पुलिस और फोरेंसिक कर्मियों ने राज्य की राजधानी इंफाल से लगभग 16 किलोमीटर दूर स्थित घटनास्थल से कई कारतूस बरामद किए थे।
हमले में घायल हुए एक जवान एन. नोंगथॉन ने पत्रकारों को बताया था, "लगभग चार-पांच हमलावरों ने अचानक हम पर गोलियां चला दीं। हमने तुरंत जवाबी कार्रवाई नहीं की क्योंकि इससे आम लोगों को नुकसान पहुंच सकता था।" राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने भी सुरक्षा बलों पर हुए इस हमले की निंदा की थी।