नई दिल्ली
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथा द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास 'ऑस्ट्राहाइंड 2025' इस वर्ष 13 से 26 अक्टूबर के बीच ऑस्ट्रेलिया के पर्थ स्थित इरविन बैरक में आयोजित किया जाएगा। इस संबंध में भारतीय सेना द्वारा शनिवार को एक आधिकारिक बयान जारी किया गया।
सेना के अनुसार, इस अभ्यास का उद्देश्य शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में संयुक्त कंपनी स्तर के अभियानों को संयुक्त राष्ट्र के जनादेश के तहत संचालित करने की दोनों सेनाओं की संचालन क्षमताओं को और मजबूत करना है। यह अभ्यास वैश्विक शांति और सुरक्षा के प्रति दोनों देशों की साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
भारतीय सेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा,“#AUSTRAHIND 2025: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच संयुक्त द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास का चौथा संस्करण 13-26 अक्टूबर 2025 तक पर्थ, ऑस्ट्रेलिया स्थित इरविन बैरक में आयोजित किया जाएगा।”
पोस्ट में आगे कहा गया,“यह अभ्यास शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में कंपनी स्तर के अभियानों के संचालन की क्षमता को मजबूत करने के साथ-साथ दोनों सेनाओं के बीच सहयोग और समन्वय को बढ़ावा देगा।”
इससे पहले 'ऑस्ट्राहाइंड' का तीसरा संस्करण नवंबर 2024 में महाराष्ट्र के पुणे स्थित विदेशी प्रशिक्षण केंद्र (Foreign Training Node) में आयोजित किया गया था। यह अभ्यास 8 से 21 नवंबर तक चला था और इसका उद्देश्य दोनों सेनाओं के बीच सहयोग, तालमेल और अंतर-संचालन (interoperability) को बढ़ाना था।
उस अभ्यास के दौरान दोनों देशों की सेनाओं ने कई युद्ध अभ्यास किए, जैसे – दुश्मन के ठिकानों पर हमला करना और घायल सैनिकों को युद्ध क्षेत्र में प्राथमिक चिकित्सा देना। इन युद्धाभ्यासों से आपसी समन्वय और समझ को बेहतर बनाया गया।
सैन्य अभ्यास के साथ-साथ सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों के तहत दोनों देशों की टुकड़ियों ने पुणे के ऐतिहासिक सिंहगढ़ किले का दौरा किया, जिससे उन्हें भारतीय इतिहास और संस्कृति से रूबरू होने का अवसर मिला।
इसके अतिरिक्त, ऑस्ट्रेलियाई सैन्य दल ने 12 नवंबर 2024 को पुणे स्थित प्रतिष्ठित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) का भ्रमण भी किया।बता दें कि ‘ऑस्ट्राहाइंड’ सैन्य अभ्यास की शुरुआत वर्ष 2022 में राजस्थान में हुई थी, और तब से यह एक वार्षिक कार्यक्रम बन चुका है जिसे भारत और ऑस्ट्रेलिया में बारी-बारी से आयोजित किया जाता है।