IISF 2025 में 2 लाख से अधिक रिकॉर्ड हिस्सेदारी, विज्ञान महोत्सव बना ऐतिहासिक आयोजन

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 10-12-2025
IISF 2025 witnessed record participation of over 2 lakh people, making the science festival a historic event.
IISF 2025 witnessed record participation of over 2 lakh people, making the science festival a historic event.

 

पंचकूला (हरियाणा)

इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल (IISF) 2025 ने इस वर्ष अभूतपूर्व सफलता दर्ज करते हुए दो लाख से अधिक आगंतुकों की उपस्थिति का रिकॉर्ड बनाया। इनमें 1,800 छात्र, 167 शिक्षक और 32 विशेषज्ञ शामिल रहे। प्रतिभागियों ने हैकाथॉन, गुरुकुला, साइंस एंड टेक्नोलॉजी विलेज, नारी शक्ति, यूथ साइंस कांग्रेस और थॉट लीडर्स राउंडटेबल जैसे प्रमुख कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी की।

जारी बयान के अनुसार, न्यू एज टेक्नोलॉजी, ब्लू इकॉनमी, हिमालय इन चेंजिंग क्लाइमेट, तथा क्लीन एवं न्यूक्लियर एनर्जी जैसे विशेष ट्रैकों में भी भारी उत्साह देखा गया। उद्घाटन सत्र में ही 1,600 से अधिक प्रतिनिधियों की उपस्थिति दर्ज की गई, जो अब तक का एक नया रिकॉर्ड है।

IISF 2025 के समापन और वैलिडिक्टरी समारोह में हरियाणा के राज्यपाल प्रो. असीम कुमार घोष और प्रथम महिला मित्रा घोष मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।इस अवसर पर डी. सेंथिल पांडियन (IAS), संयुक्त सचिव, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय; सूर्यचंद्र ए. राव, निदेशक, IITM; शिव कुमार शर्मा, राष्ट्रीय संगठन सचिव, VIBHA सहित अन्य गणमान्य अतिथि भी उपस्थित थे।

राज्यपाल प्रो. घोष ने कहा कि IISF 2025 ने भारत की वैज्ञानिक क्षमता और नवाचार नेतृत्व को सशक्त रूप में प्रस्तुत किया है। यह उत्सव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विज्ञान एवं तकनीक से संचालित विकसित भारत (Viksit Bharat) के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाता है। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा तेजी से विज्ञान एवं तकनीक का केंद्र बन रहा है—जिसमें साइंस एंड इनोवेशन मिशन, विश्वविद्यालय इन्क्यूबेशन हब, एग्री-टेक और क्लाइमेट-टेक कार्यक्रमों के साथ-साथ स्कूलों में रोबोटिक्स, ड्रोन और कोडिंग लैब स्थापित की गई हैं।

IISF 2025 पुरस्कार

  • जूरी स्पेशल मेंशन: अरुणाचल प्रदेश S&T काउंसिल, तमिलनाडु S&T काउंसिल, एमिटी यूनिवर्सिटी, एमपी काउंसिल फॉर S&T, राजीव गांधी S&T आयोग

  • क्रिएटिव एक्सीलेंस: भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण भारत, चंडीगढ़

  • दृश्य प्रभाव में उत्कृष्टता: गुजरात काउंसिल ऑन S&T

  • विज़िटर अनुभव: ECIL और विक्रम साराभाई स्पेस एक्ज़िबिशन

  • सर्वश्रेष्ठ शैक्षणिक पवेलियन: राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद, IUAC, ICMR

  • सबसे आकर्षक पवेलियन: DRDO

  • सर्वश्रेष्ठ थीमैटिक पवेलियन: जैव प्रौद्योगिकी विभाग

  • सबसे नवाचारी पवेलियन: CSIR

  • डिज़ाइन में उत्कृष्टता: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग

  • सर्वश्रेष्ठ संपूर्ण पवेलियन: पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय

  • S&T Hackathon – Ideas for Viksit Bharat

पहला पुरस्कार चितकारा यूनिवर्सिटी को उसके प्रोजेक्ट “जनसमाधान” के लिए मिला, जो एक नागरिक रिपोर्टिंग एप्लिकेशन है। विजेताओं को क्रमशः ₹50,000, ₹40,000 और ₹30,000 प्रदान किए गए, जबकि दस प्रतिभागियों को ₹20,000 के सांत्वना पुरस्कार मिले।

समारोह की शुरुआत डी. सेंथिल पांडियन के स्वागत भाषण से हुई और समापन IITM के वैज्ञानिक अनूप महाजन द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ, जिसके साथ IISF 2025 सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।