देहरादून
चारधाम यात्रा 2025 पर लगाए गए 24 घंटे के प्रतिबंध को सोमवार को हटा लिया गया है। यह जानकारी गढ़वाल मंडलायुक्त विनय शंकर पांडे ने दी। बातचीत में मंडलायुक्त ने बताया, “चारधाम यात्रा पर लगाया गया 24 घंटे का प्रतिबंध हटा दिया गया है।” साथ ही उन्होंने बताया कि यात्रा मार्ग पर स्थित सभी जिलों के जिलाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में मौसम की स्थिति के अनुसार वाहनों की आवाजाही नियंत्रित करने के निर्देश दिए गए हैं।
रविवार को भारी बारिश की चेतावनी के बाद यात्रा को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद बड़कोट के पास बादल फटने से एक बड़ा भूस्खलन हुआ, जिसमें दो मजदूरों की मौत हो गई और सात अन्य लापता हो गए।
इस बीच, आज चंबा नगर के कई हिस्सों में बारिश हुई।
बड़कोट-यमुनोत्री मार्ग की मरम्मत पूरी
29 जून को उत्तरकाशी जिले में भूस्खलन से प्रभावित बड़कोट-यमुनोत्री मार्ग की मरम्मत कर दी गई थी। हालांकि, सात लापता लोगों की तलाश अब भी जारी है।उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने एएनआई को बताया, “बड़कोट-यमुनोत्री मार्ग पर सिलाई बैंड से पहले जो सड़क धंसी थी, उसकी मरम्मत कर सड़क को सुचारु कर दिया गया है। अन्य हिस्सों की मरम्मत का कार्य भी तेजी से जारी है।”
जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि क्षेत्र की 33 केवी विद्युत लाइन बहाल कर दी गई है, जबकि 11 केवी लाइन की मरम्मत का कार्य जारी है। लापता सात मजदूरों की तलाश में NDRF, SDRF, पुलिस और राजस्व विभाग की टीमें जुटी हुई हैं।
घटना का विवरण
उत्तरकाशी पुलिस के अनुसार, भूस्खलन और बादल फटने की यह घटना यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर पालीगाड़ से लगभग चार किलोमीटर आगे सिलाई बैंड के पास हुई। राहत एवं बचाव कार्य में पुलिस, अग्निशमन विभाग, स्वास्थ्य विभाग और लोक निर्माण विभाग की टीमें शामिल हैं।
मलबे से दो शव बरामद किए गए हैं। मृतकों की पहचान केवल बिष्ट (43 वर्ष), निवासी कर्मामोहनी, राजापुर जिला, नेपाल और दुजे लाल (55 वर्ष), निवासी पीलीभीत, उत्तर प्रदेश के रूप में की गई है।