आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
ओडिशा के मलकानगिरी, नबरंगपुर, गजपति और कोरापुट जिलों में कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण बारिश हुई, जिससे सोमवार को दक्षिणी ओडिशा में जनजीवन प्रभावित हुआ है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण मलकानगिरी जिले के कई निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं.
अधिकारियों ने बताया कि पोट्टारू, कंगुरकोंडा, कालीमेला कन्याश्रम पुल से चार फुट ऊपर पानी बह रहा था.
उन्होंने बताया कि इसी तरह, मलकानगिरी-मोटू-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग 326 पर भी वाहनों का आवागमन बंद रहा, क्योंकि कुछ स्थानों पर सड़कें जलमग्न हैं। अधिकारियों ने बताया कि पुलों के जलमग्न होने के कारण यात्री बसों सहित कई वाहन फंसे हुए हैं.
उन्होंने बताया कि मलकानगिरी-सुकमा मार्ग पर स्थित चालंगुडा पुल भी जलमग्न हो गया है, जिससे छत्तीसगढ़ से सड़क संपर्क टूट गया है.
अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश के कारण मलकानगिरी हवाई अड्डे की चारदीवारी का एक हिस्सा ढह गया.
मलकानगिरी जिला प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है. उन्होंने बताया कि सभी पंचायत और ब्लॉक स्तर के कर्मचारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं.
मलकानगिरी जिले के एक अधिकारी ने बताया कि सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्थानीय प्रशासन को लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं.
ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ओडीआरएएफ) टीम और अग्निशमन सेवा कर्मियों को किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं.
भारी बारिश के मद्देनजर मलकानगिरी और नबरंगपुर जिलों के सभी स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र बंद कर दिए गए हैं। संबंधित जिलाधिकारियों ने इस संबंध में अलग से आदेश जारी किए हैं.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने ओडिशा में सबसे अधिक 133 मिमी बारिश कोरापुट जिले के कोटपाड में दर्ज की गई, जबकि मलकानगिरी में 108.6 मिमी बारिश हुई.