कोलकाता
भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने रविवार को कहा कि उन्हें आगामी एशिया कप में भारत और पाकिस्तान को एक ही ग्रुप में रखने से कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने ज़ोर देते हुए कहा कि आतंकवाद का अंत होना चाहिए, लेकिन खेल को जारी रहना चाहिए।
गांगुली ने पीटीआई से बात करते हुए कहा,“मैं एशिया कप के कार्यक्रम से पूरी तरह सहमत हूं। खेल चलते रहना चाहिए। पहलगाम में जो कुछ हुआ, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण था और ऐसा फिर कभी नहीं होना चाहिए। लेकिन हम आतंकवाद को खेल पर हावी नहीं होने दे सकते। भारत ने पहले ही इस पर सख्त रुख दिखाया है। अब हमें आगे बढ़ना है और खेल को ज़िंदा रखना है।”
एशिया कप के कार्यक्रम के अनुसार भारत और पाकिस्तान को ग्रुप ए में रखा गया है और दोनों टीमें 14 सितंबर को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में आमने-सामने होंगी। भारत इस टूर्नामेंट में अपने अभियान की शुरुआत 10 सितंबर को यूएई के खिलाफ करेगा और उसके ज़्यादातर मुकाबले दुबई में खेले जाएंगे।
अगर दोनों टीमें ग्रुप स्टेज से आगे बढ़ती हैं, तो 21 सितंबर को सुपर फोर चरण में एक बार फिर उनकी भिड़ंत हो सकती है।
भारत के ग्रुप ए में पाकिस्तान, यूएई और ओमान हैं, जबकि ग्रुप बी में श्रीलंका, बांग्लादेश, अफगानिस्तान और हांगकांग शामिल हैं। एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) ने 19 मैचों वाले इस टूर्नामेंट के लिए 17 सदस्यीय टीमों को मंजूरी दी है, और मुकाबले दुबई व अबू धाबी में होंगे।
हालाँकि बीसीसीआई इस बार एशिया कप की आधिकारिक मेजबानी कर रहा है, लेकिन टूर्नामेंट का आयोजन यूएई में किया जा रहा है क्योंकि भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव की स्थिति के चलते दोनों देश 2027 तक केवल तटस्थ स्थानों पर खेलने पर सहमत हुए हैं।
गौरतलब है कि हाल ही में पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान युद्ध की कगार पर पहुंच गए थे, जिसके जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया था। ऐसे में गांगुली का यह बयान खेल को राजनीति से अलग रखने की दिशा में एक अहम संदेश माना जा रहा है।