आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली
भारत ने सोमवार को भारतीय मुसलमानों की स्थिति पर ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई की टिप्पणी की 'कड़ी निंदा' की. एक बयान में, विदेश मंत्रालय ने टिप्पणी को 'अस्वीकार्य' बताया.खामेनेई ने सोमवार को गाजा और म्यांमार के साथ भारत को भी उन जगहों में शामिल किया था जहाँ मुसलमान पीड़ित हैं.
विदेश मंत्रालय ने जवाब में कहा, "हम ईरान के सर्वोच्च नेता द्वारा भारत में अल्पसंख्यकों के बारे में की गई टिप्पणियों की कड़ी निंदा करते हैं. ये गलत सूचना पर आधारित और अस्वीकार्य हैं. अल्पसंख्यकों पर टिप्पणी करने वाले देशों को सलाह दी जाती है कि वे दूसरों के बारे में कोई भी टिप्पणी करने से पहले अपना रिकॉर्ड देखें."
खामेनेई ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक संदेश में कहा था, "अगर हम म्यांमार, गाजा, भारत या किसी अन्य स्थान पर मुसलमानों द्वारा झेली जा रही पीड़ा से अनजान हैं, तो हम खुद को मुसलमान नहीं मान सकते हैं." इस संदेश का बंगाली में भी अनुवाद किया गया था.
उन्होंने कहा, "इस्लामिक उम्माह की अवधारणा को कभी नहीं भूलना चाहिए." उन्होंने इस्लामी एकता सप्ताह के अवसर पर इस्लाम के शिया और सुन्नी संप्रदायों के बीच एकता के लिए बोलते हुए ईरान के सुन्नी समुदाय के नेताओं से मुलाकात की और ईरानी समाज में उनके योगदान की प्रशंसा की.