आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
रविवार को 'गंगा दशहरा' के अवसर पर उत्तर प्रदेश के वाराणसी में दशाश्वमेध घाट पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान किया. अयोध्या में इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर में दर्शन किए और सरयू घाट पर पवित्र स्नान किया. प्रयागराज में भी श्रद्धालुओं ने इस अवसर पर त्रिवेणी घाट पर पवित्र स्नान किया.
गंगा दशहरा मनाने के लिए श्रद्धालु हरिद्वार में गंगा के पवित्र जल में डुबकी लगाने के लिए आते हैं. प्रयागराज और वाराणसी जैसे शहरों में गंगा दशहरा का त्योहार बड़े उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है, जहां देश भर से लोग आशीर्वाद लेने आते हैं. इस दिन नदी में डुबकी लगाना भक्तों के लिए अपने पापों से मुक्ति पाने और किसी भी शारीरिक बीमारी को ठीक करने का एक साधन माना जाता है.
गंगा दशहरा, जो हिंदू महीने ज्येष्ठ में शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है, वह दिन भी है जब देवी गंगा स्वर्ग से धरती पर उतरी थीं. हिंदू इस दिन को बेहद शुभ मानते हैं, उनका मानना है कि इस दिन गंगा में डुबकी लगाने से पिछले पाप धुल जाते हैं और आध्यात्मिक मुक्ति मिलती है. यह उत्सव 10 दिनों तक चलता है, जिसमें अंतिम दिन गंगा दशहरा के रूप में मनाया जाता है.