भुज (गुजरात)
1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान भुज एयरफोर्स स्टेशन की ध्वस्त हवाई पट्टी को दोबारा तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली कनबाई शिवजी हिरानी ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की है.
हिरानी ने कहा, "रनवे को फिर से बनाना आसान नहीं था, लेकिन जब देश का सवाल हो तो कुछ भी असंभव नहीं होता. हमने अपनी जान की परवाह किए बिना काम किया। आज जो पाकिस्तान कर रहा है, वह बर्दाश्त से बाहर है."
उन्होंने 1971 की यादें साझा करते हुए बताया कि उस समय पाकिस्तान ने भुज में एयरबेस पर बमबारी कर रनवे को पूरी तरह नष्ट कर दिया था. तब 300 से ज्यादा ग्रामीण महिलाएं, जिनमें वे स्वयं शामिल थीं, दिन-रात मेहनत कर हवाई पट्टी को फिर से तैयार करने में जुट गईं..
"हम सुबह 7 बजे घर से निकलते थे और शाम 7 बजे तक काम करते थे. सायरन बजने पर हम बंकरों या खेतों में छिप जाते थे। मेरे पास खुद का हरा कपड़ा था, जिससे मैं खुद को ढक लेती थी. यह सब देश के लिए था."
कनबाई हिरानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पाकिस्तान के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने की अपील की। उन्होंने कहा, "पाकिस्तान को पानी और अनाज की आपूर्ति तुरंत बंद की जानी चाहिए. यही एकमात्र तरीका है जिससे वह सुधरेगा. अब केवल शब्दों से नहीं, कार्रवाई से जवाब देना होगा."
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे. इस हमले के बाद केंद्र सरकार ने सशस्त्र बलों को किसी भी जवाबी कार्रवाई के लिए पूर्ण ‘ऑपरेशनल फ्रीडम’ दे दी है.
साथ ही, सरकार ने सिंधु जल संधि को स्थगित करने सहित कई सख्त फैसलों की घोषणा की है और स्पष्ट किया है कि सीमा पार आतंकवाद को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.