नई दिल्ली
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार सुबह वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार दर्ज किया गया, लेकिन हालात अब भी चिंताजनक बने हुए हैं। सुबह करीब 8 बजे शहर का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 366 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। यह जानकारी केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों से सामने आई है।
रविवार शाम 4 बजे AQI 377 था, जिसकी तुलना में हल्का सुधार जरूर दिखा, लेकिन शहर के बड़े हिस्से अब भी जहरीली धुंध की चपेट में हैं। आईटीओ इलाके में घना स्मॉग छाया रहा, जहां AQI 370 दर्ज किया गया। इसी तरह इंडिया गेट, कर्तव्य पथ और सराय काले खां के आसपास भी सुबह के वक्त धुंध की मोटी परत देखने को मिली।
CPCB के अनुसार, राजधानी के कई इलाकों में हवा की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रही। मुंडका (400), शादिपुर (306), सोनिया विहार (370) और अलीपुर (391) में सुबह लोगों को प्रदूषित हवा का सामना करना पड़ा। दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (DTU) क्षेत्र में भी AQI 400 दर्ज किया गया।
हालांकि, कुछ इलाकों में स्थिति और बिगड़ी। आनंद विहार में AQI 402 रहा, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। वजीरपुर (404), बवाना (408) और नरेला (418) में भी हवा की गुणवत्ता गंभीर स्तर पर बनी रही। CPCB के वर्गीकरण के अनुसार 0–50 ‘अच्छा’, 51–100 ‘संतोषजनक’, 101–200 ‘मध्यम’, 201–300 ‘खराब’, 301–400 ‘बहुत खराब’ और 401–500 ‘गंभीर’ मानी जाती है।
इस बीच, नगर निगम दिल्ली (MCD) ने दिसंबर के दौरान प्रदूषण फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की है। बायोमास जलाने, कचरा जलाने और निर्माण एवं विध्वंस (C&D) कचरे के अवैध निपटान के मामलों में कुल 7,443 चालान काटे गए और लगभग 54.98 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया।
एमसीडी के अनुसार, सिर्फ C&D कचरे के अवैध डंपिंग पर 7,023 चालान काटकर 43.26 लाख रुपये वसूले गए, जबकि बायोमास और कचरा जलाने के 420 मामलों में करीब 11.72 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। साथ ही, सफाई व्यवस्था मजबूत करने के लिए अतिरिक्त मशीनरी, सफाईकर्मी और कचरा संग्रहण वाहन तैनात किए गए हैं। लगभग 500 सेकेंडरी कलेक्शन प्वाइंट्स की रात में सफाई की जा रही है और इसकी दैनिक निगरानी की जा रही है।






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