हिमाचल में मौत का आंकड़ा 80 तक पहुंचा; 52 बारिश से जुड़ी घटनाओं में, 28 सड़क हादसों में मौतें

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 08-07-2025
Death toll in Himachal rises to 80; 52 in rain-related incidents, 28 in road accidents:
Death toll in Himachal rises to 80; 52 in rain-related incidents, 28 in road accidents:

 

शिमला

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से जुड़ी घटनाओं में मृतकों की कुल संख्या बढ़कर 80 हो गई है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) की रिपोर्ट के अनुसार, इनमें से 52 मौतें सीधे तौर पर भूस्खलन, बादल फटने और अचानक आई बाढ़ जैसी आपदाओं के कारण हुई हैं, जबकि 28 मौतें सड़क दुर्घटनाओं सहित अन्य कारणों से दर्ज की गई हैं।

सबसे अधिक प्रभावित मंडी जिला रहा, जहां 17 लोग बारिश जनित घटनाओं में मारे गए, जबकि कांगड़ा में 11 मौतें हुईं।

एसडीएमए की यह रिपोर्ट 20 जून से 7 जुलाई के बीच की अवधि को कवर करती है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि “राज्य में 80 मौतें दर्ज हुई हैं — जिनमें से 52 प्राकृतिक आपदाओं से और 28 अन्य कारणों से हुईं, जैसे करंट लगना, सांप काटना और खड़ी ढलानों से गिरना।”

बारिश से संबंधित मौतों में शामिल हैं:

  • 14 मौतें बादल फटने से

  • 8 अचानक बाढ़ में

  • 1 भूस्खलन से

  • शेष अन्य मौतें डूबने, करंट लगने और मौसम संबंधी अन्य हादसों से हुईं।

इसके अलावा:

  • 128 लोग घायल हुए

  • 320 मकान पूरी तरह तबाह, 38 आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त

  • 10,254 पशु और मुर्गियों की मौत

  • ₹69,265.60 लाख रुपये की सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान हुआ

इस मानसून में अब तक:

  • 23 फ्लैश फ्लड

  • 19 बादल फटने की घटनाएं

  • 16 भूस्खलन की पुष्टि हो चुकी है, जो पर्वतीय जिलों में भारी तबाही को दर्शाती है।

मंडी, कुल्लू, कांगड़ा और शिमला जैसे जिलों में फसलें, सड़कें, पुल और बिजली ढांचे बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। राहत शिविर लगाए गए हैं और एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की मदद से बचाव कार्य जारी हैं।

एसडीएमए ने जनता से आग्रह किया है कि वे नदियों के किनारे, खड़ी ढलानों और निर्माणाधीन स्थलों के पास जाने से बचें। सरकार हालात पर नजर बनाए हुए है और प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता प्रदान कर रही है।