मुंबई. वैश्विक दाऊदी बोहरा समुदाय के नेता सैयदना मुफजल सैफुद्दीन को मिस्र द्वारा ‘नील सैश’ अवार्ड से सम्मानित किए जाने के बाद उनके समुदाय का गौरव बढ़ गया है. बोहरा समुदाय के नेता को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी द्वारा मिस्र में सांस्कृतिक, कल्याण और सामाजिक कारणों के लिए उनके निरंतर प्रयासों की मान्यता में दिया गया था.
समझा जाता है कि राष्ट्रपति अल-सीसी ने मिस्र और बोहरा समुदाय के बीच लंबे समय से चले आ रहे संबंधों की प्रशंसा की और मिस्र में ऐतिहासिक मंदिरों और मस्जिदों के नवीनीकरण में सैयदना सैफुद्दीन की भूमिका की प्रशंसा की. उन्होंने भारत में उनके द्वारा किये गये कल्याणकारी कार्यों की भी सराहना की.
सैय्यदना सैफुद्दीन ने काहिरा में 10वीं और 12वीं शताब्दी के प्राचीन फातिमिद स्मारकों के जीर्णोद्धार में सक्रिय भूमिका निभाई है. सत्तर के दशक के अंत में, उनके प्रयासों से इमाम अल-हकीम की नौ शताब्दी पुरानी मस्जिद की बहाली हुई, जिसे अल-जामी अल-अनवर के नाम से भी जाना जाता है.
ये भी पढ़ें : ज्ञानवापी मस्जिद का अब होगा ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार सर्वे, जानिए क्या है यह प्रणाली ?
उन्होंने अल-हुसैन, अल-सिदा नफीसा और अल-सिदा सहित विभिन्न मस्जिदों के नवीनीकरण में भी भाग लिया. बातचीत के दौरान सैयदना सैफुद्दीन ने धार्मिक सहिष्णुता और सहअस्तित्व को बढ़ावा देने में राष्ट्रपति के नेतृत्व की सराहना की. उन्होंने इस्लामी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों पर मिस्र की सक्रिय क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय भूमिका और समर्थन की भी प्रशंसा की.
सैयदना सैफुद्दीन ने देश की निरंतर प्रगति और विकास के लिए भी दुआ की. बैठक में भाग लेने वालों में मिस्र के जनरल इंटेलिजेंस निदेशालय के प्रमुख मेजर जनरल अब्बास कामिल और सैयदना सैफुद्दीन के परिवार के सदस्य शामिल थे.