नई दिल्ली
ईरान और इजराइल के बीच युद्ध विराम की उम्मीदों और हाजिर बाजार में मांग में कमी के कारण कच्चे तेल के वायदा भाव में मंगलवार को गिरावट दर्ज की गई। निवेशकों ने अपने सौदों का आकार घटाया, जिससे मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर कच्चे तेल का जुलाई डिलीवरी अनुबंध 316 रुपये यानी 5.23 प्रतिशत टूटकर 5,730 रुपये प्रति बैरल पर आ गया। इस अनुबंध में कुल 10,985 लॉट का कारोबार हुआ।
विश्लेषकों का कहना है कि भू-राजनीतिक तनावों में संभावित नरमी और घरेलू मांग में सुस्ती के चलते निवेशकों ने सतर्कता बरती, जिससे कच्चे तेल के वायदा भाव में नरमी आई।
वैश्विक बाजारों में भी गिरावट देखी गई। वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) क्रूड 3.49 प्रतिशत की गिरावट के साथ 66.12 डॉलर प्रति बैरल पर रहा, जबकि ब्रेंट क्रूड न्यूयॉर्क में 3.36 प्रतिशत फिसलकर 69.08 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार करता देखा गया।