Crop damage due to floods and wild animals now covered under PM Fasal Bima Yojana: Chouhan
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को कहा कि जलभराव और जंगली जानवरों से फसल के नुकसान का मुआवजा अब प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) के तहत मिलेगा।
नागपुर में 'एग्रोविजन इवेंट' में एक सभा को संबोधित करते हुए, चौहान ने कहा कि सरकार ने वर्ष 2023-24 की तुलना में 2024-25 में अनाज का उत्पादन छह प्रतिशत बढ़ाने में कामयाबी हासिल की है। उन्होंने कहा कि पिछले 10-11 सालों में कुल उत्पादन 44 प्रतिशत बढ़ा है।
उन्होंने कहा, ‘‘जलवायु परिवर्तन के इस दौर में, कोई यह अंदाजा नहीं लगा सकता कि कब बारिश होगी या कब सूखा पड़ सकता है। इस साल, बारिश लगभग पांच से छह महीने तक चली, और सितंबर में आई बाढ़ ने कई किसानों की फसलें बर्बाद कर दीं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं किसानों को अच्छी खबर देना चाहता हूं... पीएमएफबीवाई, जो फसल के नुकसान के लिए जोखिम से सुरक्षा और मुआवजा देती है, के दायरे में अब बाढ़ और जंगली जानवरों से होने वाले नुकसान को भी शामिल किया जाएगा।’’
चौहान ने कहा कि महाराष्ट्र के किसान लंबे समय से ऐसे प्रावधान नहीं होने की शिकायत कर रहे थे, और अब इस योजना के तहत इन नुकसानों की भरपाई की जाएगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत खेती के एक नए दौर में जा रहा है — विचार से नवाचार की ओर, मशीनीकरण से विविधीकरण की ओर, एकीकरण से सिंचाई की ओर और उपग्रह से ड्रोन की ओर बढ़ रहा है।
कृषि मंत्री ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार सिंचाई में स्वचालन, मंडियों के आधुनिकीकरण और खेतों के विविधीकरण जैसे क्षेत्रों में आगे बढ़ रही है।’’
संतरे की पैदावार के लिए अच्छी गुणवत्ता के बीजों और पौधों के महत्व पर जोर देते हुए, चौहान ने कहा कि कृषि मंत्रालय 70 करोड़ रुपये के बजट से नागपुर में संतरे के लिए एक ‘क्लीन प्लांट सेंटर’ बनाएगा।