आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) ने सोमवार को असम में 'राष्ट्रीय प्रतिभा खोज' कार्यक्रम का औपचारिक रूप से शुरू किया और इसे राज्य के सांस्कृतिक प्रतीक जुबिन गर्ग को समर्पित किया।
कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता और प्रतिभा खोज कार्यक्रम की असम प्रभारी रागिनी नायक ने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को मजबूत करने के लिए यह कार्यक्रम पूरे देश में शुरू किया गया है।
नायक ने कहा कि असम में प्रतिभा खोज जुबिन गर्ग को समर्पित है जिन्होंने हमेशा कहा कि उनका कोई धर्म या जाति नहीं है और यह "हमारे नेता राहुल गांधी के समाज के सभी वर्गों के लोगों के प्रति प्रेम में विश्वास" के रूख के अनुरूप है।
उन्होंने कहा, "राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के बाद, कांग्रेस ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के मुद्दे पर विशेष जोर दिया है। इसी दृष्टिकोण के साथ पूरे भारत में 'राष्ट्रीय प्रतिभा खोज' अभियान शुरू किया गया है।"
नायक ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रत्येक नागरिक के बोलने और उसकी बात सुने जाने के लोकतांत्रिक अधिकार को बनाए रखना और प्रोत्साहित करना है।
उन्होंने कहा, "भारत का संविधान हमें सोचने, बोलने और सवाल करने का अधिकार देता है। कांग्रेस पार्टी यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है कि देश के हर कोने में लोग इन संवैधानिक अधिकारों के महत्व को सही मायने में समझें।"
नायक ने कहा कि कांग्रेस के दरवाजे सभी के लिए खुले हैं और लोगों के मुद्दों को उजागर करने वाले प्रतिभाशाली व्यक्तियों की पहचान के लिए राष्ट्रीय प्रतिभा खोज अभियान शुरू किया गया है।
इस प्रतिभा खोज अभियान के लिए आवेदन दो दिसंबर तक खुले रहेंगे, जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर के प्रवक्ताओं और अन्य प्रतिभाओं की पहचान करना है।
आवेदनों की जांच तीन-सात दिसंबर के बीच की जाएगी, उसके बाद 10-11 दिसंबर को क्षेत्रीय स्तर पर साक्षात्कार होंगे और अंतिम राज्य स्तरीय चयन प्रक्रिया 15-17 दिसंबर के बीच आयोजित की जाएगी।