Confusion over internet shutdown in Afghanistan, situation clarified after false statement
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
अफगानिस्तान में इंटरनेट कनेक्टिविटी को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है, क्योंकि कुछ नेटवर्क बुधवार को फिर से चालू हो गए, जो सोमवार से बंद थे।
असोसिएटेड प्रेस (एपी) ने पहले एक बयान की खबर दी थी, जिसमें कहा गया था कि तालिबान ने इंटरनेट बंद होने की घटना को जानबूझकर नहीं बताया और कहा कि पुरानी फाइबर ऑप्टिक केबलें खराब हो गई थीं, जिनकी अब मरम्मत की जा रही है.
हालांकि बाद में यह पता चला कि यह बयान झूठा था.
तालिबान कभी-कभी पाकिस्तानी पत्रकारों से संवाद करने के लिए एक व्हाट्सएप समूह का इस्तेमाल करते हैं। यह झूठा बयान उस समूह के कुछ सदस्यों को व्यक्तिगत रूप में भेजा गया था लेकिन इसे समूह में नहीं डाला गया था। यह संदेश एक अफगान उपयोगकर्ता ने भेजा था, जिसका नाम तालिबान के आधिकारिक व्हाट्सएप समूह के नाम से मिलताजुलता था.
संदेश भेजने वाला यह व्यक्ति गायब हो गया है और उसकी पहचान का पता नहीं चल सका। वही बयान सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर भी पोस्ट किया गया था लेकिन वह तालिबान के बजाय तालिबान समर्थक द्वारा चलाए गए एक अकाउंट से था.