Christmas begins at the homes of the Nawabs, with celebrations that begin with pomp and tradition.
आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
नवाबों के घर क्रिसमस का जश्न आधिकारिक तौर पर शुरू हो चुका है और इसकी चमक-दमक अब पूरे माहौल में महसूस की जा सकती है। जैसे ही दिसंबर की ठंड ने दस्तक दी, वैसे ही नवाबी रिवायतों और आधुनिक उत्सव का खूबसूरत मेल देखने को मिला। आलीशान महलों और हेरिटेज हवेलियों में सजी क्रिसमस ट्री, जगमगाती रोशनियां और खास सजावट इस बात का संकेत दे रही हैं कि त्योहार का रंग पूरी तरह चढ़ चुका है।
नवाब परिवार के सदस्यों ने इस मौके पर खास तैयारियां की हैं। क्रिसमस ट्री को पारंपरिक सजावटी सामान के साथ-साथ स्थानीय हस्तशिल्प से सजाया गया है, जो इस उत्सव को एक अलग पहचान देता है। घर के अंदरूनी हिस्सों में मोमबत्तियों की हल्की रोशनी, फूलों की खुशबू और सॉफ्ट म्यूजिक एक सुकून भरा माहौल बना रहे हैं। मेहमानों के स्वागत के लिए खास इंतजाम किए गए हैं, जहां परंपरा और मेहमाननवाजी दोनों झलकती हैं।
खान-पान भी इस जश्न का अहम हिस्सा है। नवाबी रसोई में क्रिसमस के खास केक, कुकीज़ और डेज़र्ट्स के साथ-साथ पारंपरिक व्यंजनों को भी जगह दी गई है। केक काटने की रस्म से लेकर पारिवारिक दुआ और शुभकामनाओं तक, हर पल में अपनापन और सौहार्द नजर आता है। बच्चों के लिए खास तोहफों और सरप्राइज़ की भी व्यवस्था की गई है, जिससे उनकी उत्सुकता और खुशी दोगुनी हो गई है।
नवाबों के यहां क्रिसमस केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि आपसी मेल-जोल और सांस्कृतिक सद्भाव का प्रतीक भी है। इस जश्न के जरिए यह संदेश दिया जाता है कि अलग-अलग परंपराएं मिलकर ही समाज को खूबसूरत बनाती हैं। जैसे-जैसे क्रिसमस ईव और क्रिसमस डे नजदीक आ रहे हैं, नवाबों के घर की यह रौनक और भी खास होती जा रही है, जहां उत्सव का हर रंग पूरे शिद्दत से मनाया जा रहा है।