ओनिका माहेश्वरी/ नई दिल्ली
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ISRO ने पहली बार चंद्रयान-3 के कैमरे से ली हुई चंद्रमा की तस्वीरें जारी की जोकि अब सोशल मीडिया पर वायरल हैं सभी इन तस्वीरों पर अपने कमैंट्स कर रहें हैं, लाइक कर रहें हैं.
भारत का तीसरा मानवरहित चंद्रमा मिशन चंद्रयान-3 शनिवार को चंद्रमा की कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश कर गया, चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव तक पहुंचने के लिए इसे कहीं अधिक जटिल 41-दिवसीय यात्रा के लिए लॉन्च किया गया था, जहां पहले कोई भी देश नहीं गया था.'' चंद्रमा, जैसा 5 अगस्त, 2023 को चंद्र कक्षा सम्मिलन (एलओआई) के दौरान चंद्रयान -3 अंतरिक्ष यान द्वारा देखा गया, ”मिशन के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने ट्वीट किया.
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने रविवार को माइक्रोब्लॉगिंग साइट 'एक्स', जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था, पर चंद्रयान-3 द्वारा ली गई चंद्रमा की पहली तस्वीरें साझा कीं. शनिवार को चंद्रयान-3 ने चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करने के बाद इसरो को एक संदेश भेजा था जिसमें कहा गया था कि 'मुझे चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण महसूस हो रहा है.
बेंगलुरु में अंतरिक्ष सुविधा से बिना किसी गड़बड़ी के इसे चंद्रमा के करीब लाने वाली आवश्यक प्रक्रिया के बाद इसरो को चंद्रयान-3 का संदेश था, "मैं चंद्र गुरुत्वाकर्षण महसूस कर रहा हूं." चंद्र कक्षा में प्रक्षेपण अंतरिक्ष एजेंसी के महत्वाकांक्षी ₹600 करोड़ मिशन में एक प्रमुख मील का पत्थर साबित हुआ.
इसरो ने एक ट्वीट में कहा, अगला ऑपरेशन - कक्षा में कमी - रविवार को रात 11 बजे किया जाएगा. चंद्रयान-3 के रविवार के युद्धाभ्यास के बाद 17 अगस्त तक तीन और ऑपरेशन होंगे जिसके बाद रोवर प्रज्ञान को अंदर ले जाने वाला लैंडिंग मॉड्यूल विक्रम प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग हो जाएगा.
इसके बाद, चंद्रमा पर अंतिम रूप से उतरने से पहले लैंडर पर डी-ऑर्बिटिंग युद्धाभ्यास किया जाएगा. अंतरिक्ष यान 14 जुलाई को लॉन्च होने के बाद से चंद्रमा की लगभग दो-तिहाई दूरी तय कर चुका है और अगले 18 दिन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के लिए महत्वपूर्ण होंगे.
चंद्रमा मिशन अब तक सुचारू रहा है और इसरो को उम्मीद है कि विक्रम लैंडर इस महीने के अंत में 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा. चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश अंतरिक्ष एजेंसी के महत्वाकांक्षी ₹ 600 करोड़ चंद्रयान-3 चंद्र मिशन में एक प्रमुख मील का पत्थर साबित हुआ.