श्रीनगर. भारत-कनाडा राजनयिक तनाव के बीच, जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को कहा कि कनाडा को भारत के खिलाफ अपने आरोपों को साबित करने के लिए सबूत साझा करना चाहिए. नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता ने यहां संवाददाताओं से कहा, “कनाडा आरोप लगा रहा है कि भारत ने उसके देश में कुछ घटना की है. उन्हें भारत के साथ सबूत साझा करना चाहिए.”
उमर ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है. दोनों देशों के बीच अच्छे रिश्ते हैं... रिश्तों में तनाव ठीक नहीं है. कनाडा का कहना है कि भारत ने वहां घटना को अंजाम दिया. सबूत दिखाओ. मौखिक रूप से ऐसा करना अलग बात है. सबूत के साथ साबित करो.’’
एनसी नेता ने कहा कि भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में भी अपना रुख दोहराया. उन्होंने कहा, ‘‘विदेश मंत्री ने कहा कि अगर आपके पास छोटे से छोटा भी सबूत है, तो हमें दिखाएं. अभी तक भारत के साथ कोई सबूत साझा नहीं किया गया है. ऐसा करें. अगर इसके बाद भारत को कोई कार्रवाई करनी होगी, तो की जाएगी. हालांकि, सबूत इसे भारत के साथ साझा किया जाना चाहिए.’’
वह कनाडा की धरती पर खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की घातक गोलीबारी में भारत सरकार की संलिप्तता के ट्रूडो के आरोपों का जवाब दे रहे थे.
इस बीच, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कनाडाई पक्ष को निज्जर की हत्या के संबंध में विशिष्ट जानकारी प्रदान करने पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है, ‘‘हम इस पर विचार करने के लिए तैयार हैं.’’
न्यूयॉर्क में काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस में एक चर्चा में बोलते हुए, जयशंकर ने कहा, “हमने कनाडाई लोगों से कहा कि यह भारत सरकार की नीति नहीं है. दूसरे, हमने कहा कि यदि आपके पास कुछ विशिष्ट है और यदि आपके पास कुछ प्रासंगिक है, तो हमें बताएं. हम इसे देखने के लिए तैयार हैं...संदर्भ के बिना तस्वीर एक तरह से पूरी नहीं होती है.”
कनाडा ने अभी तक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के दावे के समर्थन में कोई सार्वजनिक सबूत उपलब्ध नहीं कराया है. जयशंकर ने आगे कहा कि पिछले कुछ वर्षों में कनाडा में बहुत सारे ‘संगठित अपराध’ हुए हैं और भारत सरकार ने इस संबंध में कनाडा को कई जानकारी दी है.
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