ऑपरेशन ‘सिन्दूर’ में अद्वितीय साहस दिखाने वाले BSF के 16 जवान वीरता पदक से सम्मानित

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 14-08-2025
16 BSF jawans who showed unparalleled courage in Operation 'Sindoor' were awarded the gallantry medal
16 BSF jawans who showed unparalleled courage in Operation 'Sindoor' were awarded the gallantry medal

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली

 
देश की सीमाओं की सुरक्षा और आतंकवाद-रोधी अभियानों में अपनी जान की परवाह किए बिना कर्तव्य निभाने वाले जवानों के साहस को सलाम करते हुए, सीमा सुरक्षा बल (BSF) के 16 बहादुर जवानों को वीरता पदक से सम्मानित किया गया है. यह सम्मान उन्हें ऑपरेशन ‘सिन्दूर’ के दौरान प्रदर्शित अद्वितीय बहादुरी के लिए प्रदान किया गया.

गृह मंत्रालय की ओर से जारी बयान में बताया गया कि ऑपरेशन ‘सिन्दूर’ एक महत्वपूर्ण मिशन था, जिसमें बीएसएफ के जवानों ने चुनौतीपूर्ण हालात में भी असाधारण साहस, तेज़ निर्णय क्षमता और अदम्य इच्छाशक्ति का परिचय दिया. इस अभियान के दौरान उन्होंने न केवल अपने जीवन को जोखिम में डाला, बल्कि दुश्मन के इरादों को नाकाम कर देश की सुरक्षा सुनिश्चित की.
 
अधिकारियों के अनुसार, यह अभियान बेहद कठिन परिस्थितियों में अंजाम दिया गया, जहां मौसम, भौगोलिक चुनौतियां और दुश्मन की ताकत, सभी मिलकर जवानों की परीक्षा ले रहे थे. इसके बावजूद, जवानों ने धैर्य, अनुशासन और अद्वितीय जज़्बे के साथ मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया.
 
बीएसएफ के महानिदेशक ने इस अवसर पर कहा, “हमारे जवानों ने यह साबित कर दिया है कि चाहे हालात कितने भी कठिन क्यों न हों, उनका साहस और समर्पण अडिग है. ऑपरेशन ‘सिन्दूर’ सिर्फ एक सैन्य अभियान नहीं, बल्कि यह हमारी सीमाओं की रक्षा के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक है.”
 
वीरता पदक से सम्मानित किए गए इन 16 जवानों के नाम और उनके योगदान को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर औपचारिक समारोह में पढ़कर सुनाया जाएगा। समारोह में उनके परिजनों को भी आमंत्रित किया जाएगा, ताकि वे अपने वीर सपूतों की उपलब्धियों पर गर्व महसूस कर सकें.
 
यह सम्मान न केवल जवानों के व्यक्तिगत साहस को मान्यता देता है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है. ऑपरेशन ‘सिन्दूर’ में मिली सफलता ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि भारत की सीमाओं की रक्षा करने वाले इन जांबाज़ों के आगे कोई भी चुनौती बड़ी नहीं है.