आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
पहलगाम आतंकी हमले के बाद असम के विभिन्न हिस्सों से कथित तौर पर ‘हिंदू विरोधी’ होने के आरोप में दो और लोगों को गिरफ्तार किए जाने के बाद अब तक ऐसे मामलों में कुल 97 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने सोमवार को यह जानकारी दी.
शर्मा ने ‘एक्स’ पर लिखा कि तिनसुकिया और नगांव जिलों से एक-एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया. उन्होंने कहा, ‘‘हिंदू विरोधी तत्वों पर कार्रवाई जारी... 97 राष्ट्र विरोधी और हिंदू विरोधी अपराधी अब सलाखों के पीछे. मुख्यमंत्री ने कहा कि तिनसुकिया से गिरफ्तार व्यक्ति ने हिंदू धर्म पर आपत्तिजनक सामग्री सोशल मीडिया पर साझा की थी, जबकि नगांव के आरोपी ने भगवान राम पर अपमानजनक टिप्पणी की थी.
इससे पहले, विपक्षी एआईयूडीएफ विधायक अमीनुल इस्लाम को पहलगाम आतंकी हमले में पाकिस्तान और उसकी मिलीभगत का कथित तौर पर बचाव करने के लिए देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. मामले में जमानत मिलने के बाद, इस्लाम को फिर से राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत हिरासत में लिया गया. शर्मा ने दो मई को जम्मू-कश्मीर आतंकी हमले के बाद ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ का नारा लगाने वालों की ‘टांगें तोड़ने’ की धमकी दी थी.
पंचायत चुनावों के लिए एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने लोगों से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय सेना को ताकत देने और प्रार्थना करने की अपील की थी, ताकि दुनिया में कहीं भी छिपे पाकिस्तानी आतंकवादियों को पकड़कर ‘उनकी टांगें तोड़ दी जाएं. गत 22 अप्रैल को दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में एक प्रमुख पर्यटक स्थल पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया, जिसमें 26 लोग मारे गए, जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे. हमले में कई अन्य घायल हो गए थे.