आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को आदिवासी नायक बिरसा मुंडा को उनकी 150वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वह पूरे देश के गौरव थे।
वर्तमान झारखंड में 1875 में जन्मे मुंडा ने ब्रिटिश शासन को चुनौती दी और उन्हें आदिवासियों को उसके विरुद्ध संगठित करने का श्रेय दिया जाता है। उनका 25 वर्ष की अल्पायु में ब्रिटिश हिरासत में निधन हो गया था।
बिरसा मुंडा की जयंती पूरे देश में 'जनजातीय गौरव दिवस' के रूप में मनाई जाती है।
शाह ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘भगवान बिरसा मुंडा जी केवल जनजातीय समाज ही नहीं, बल्कि पूरे देश के गौरव हैं। आज पूरा देश हर्षोल्लास से उनकी 150वीं जयंती और जनजातीय गौरव दिवस मना रहा है।
गृह मंत्री ने कहा, ‘‘उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित कर स्वतंत्रता आंदोलन और मातृभूमि की रक्षा के प्रति उनके अटूट संकल्प को नमन किया।’’
मुंडा ने ब्रिटिश शासन के विरुद्ध मुंडा विद्रोह का नेतृत्व किया। आदिवासी अधिकारों और स्वशासन के लिए उनके संघर्ष ने उन्हें स्थानीय समुदायों के प्रतिरोध और सशक्तीकरण का प्रतीक बना दिया।