आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि आदिवासियों ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में बहुत बड़ा योगदान दिया है, लेकिन कांग्रेस ने कभी उनके योगदान को मान्यता नहीं दी और स्वतंत्रता के बाद पार्टी के 60 साल के शासन के दौरान उन्हें अपने हाल पर छोड़ दिया गया।
आदिवासी नेता भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के मौके पर गुजरात में नर्मदा जिले के डेडियापाड़ा शहर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने आदिवासी क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाओं में वृद्धि की है और खेल बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए काम कर रही है।
अपने संबोधन से पहले, प्रधानमंत्री ने 9,700 करोड़ रुपये से अधिक लागत की विभिन्न बुनियादी ढांचा और विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
मोदी ने कहा, ‘‘हमारे देश के स्वतंत्रता संग्राम में आदिवासियों का बहुत बड़ा योगदान रहा है। लेकिन कांग्रेस ने अपने 60 साल के शासनकाल में आदिवासियों को उनके हाल पर छोड़ दिया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने आदिवासी क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाएं बढ़ा दी हैं क्योंकि उन्हें ‘सिकल सेल एनीमिया’ का खतरा है।
प्रधानमंत्री ने जनजातीय क्षेत्रों में खेल अवसंरचना विकसित करने के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता की जानकारी देते हुए कहा कि हाल में क्रिकेट विश्व कप जीतने वाली महिला टीम में एक आदिवासी खिलाड़ी भी थी।