वैश्विक कमजोरी और अमेरिका से व्यापार समझौते की अनिश्चितता के बीच शेयर बाजार चौथे दिन भी फिसला

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 18-12-2025
Amid global weakness and uncertainty over a trade deal with the US, the stock market fell for the fourth consecutive day.
Amid global weakness and uncertainty over a trade deal with the US, the stock market fell for the fourth consecutive day.

 

मुंबई।

कमजोर वैश्विक संकेतों और भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर बनी अनिश्चितता के कारण घरेलू शेयर बाजारों में गुरुवार को लगातार चौथे दिन गिरावट दर्ज की गई। उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में प्रमुख सूचकांक बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी दिन के अंत में लाल निशान में बंद हुए।

30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 77.84 अंक यानी 0.09 प्रतिशत की गिरावट के साथ 84,481.81 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 84,780.19 के उच्च स्तर और 84,238.43 के निचले स्तर को छुआ, यानी करीब 542 अंकों की जोरदार हलचल देखने को मिली।

वहीं, 50 शेयरों वाला निफ्टी लगभग सपाट रहते हुए सिर्फ 3 अंक या 0.01 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 25,815.55 पर बंद हुआ। सुस्त शुरुआत के बाद निफ्टी ने पहले सत्र में संभलने की कोशिश की, लेकिन ऊपरी स्तरों पर टिक नहीं सका।

इन सेक्टर्स में दबाव, आईटी शेयरों ने दी राहत

बाजार पर ऊर्जा, ऑटो और फार्मा शेयरों में बिकवाली का दबाव हावी रहा, जिससे सूचकांक नीचे खिसक गए। हालांकि, आईटी शेयरों में मजबूती और वित्तीय व धातु शेयरों में चुनिंदा खरीदारी ने नुकसान को कुछ हद तक सीमित कर दिया।

सेंसेक्स के प्रमुख शेयरों में सन फार्मा सबसे ज्यादा 2.74 प्रतिशत टूट गया। इसके अलावा टाटा स्टील (1.26%), पावर ग्रिड (1.15%) और एशियन पेंट्स (0.89%) में भी गिरावट दर्ज की गई। एचडीएफसी बैंक, एलएंडटी, एनटीपीसी और भारती एयरटेल भी नुकसान में रहे।

इसके उलट टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) 1.94 प्रतिशत की तेजी के साथ बंद हुआ। टेक महिंद्रा में 1.74 प्रतिशत और इन्फोसिस में 1.51 प्रतिशत की मजबूती देखने को मिली। अडानी पोर्ट्स, एक्सिस बैंक और एचसीएल टेक भी बढ़त में रहे।

विशेषज्ञों की राय

रिलायगेयर ब्रोकिंग के रिसर्च प्रमुख अजीत मिश्रा ने कहा कि वैश्विक संकेतों और मुद्रा से जुड़ी चिंताओं ने निवेशकों को सतर्क बनाए रखा।जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के रिसर्च हेड विनोद नायर के अनुसार, “लगातार तीन दिनों की गिरावट के बाद शुरुआती बढ़त वैल्यू बाइंग और रुपये में सुधार के चलते दिखी, लेकिन अमेरिका-भारत व्यापार समझौते को लेकर अनिश्चितता के कारण बाद में मुनाफावसूली हावी हो गई।”

मिडकैप-स्मॉलकैप में मिला-जुला रुख

वृहद बाजार में बीएसई मिडकैप सूचकांक 0.05 प्रतिशत की हल्की बढ़त में रहा, जबकि स्मॉलकैप सूचकांक 0.28 प्रतिशत फिसल गया।क्षेत्रवार प्रदर्शन की बात करें तो पावर (1.01%), तेल एवं गैस (0.81%), कैपिटल गुड्स (0.80%) और यूटिलिटीज (0.75%) में गिरावट रही। वहीं आईटी सेक्टर में तेजी जारी रही, जहां बीएसई फोकस्ड आईटी 1.24 प्रतिशत और आईटी इंडेक्स 1.10 प्रतिशत चढ़ा।

निवेशकों की नजरें आगे के आंकड़ों पर

एनरिच मनी के सीईओ पोन्मुडी आर. के अनुसार, दिन के निचले स्तर से बाजार में अच्छी रिकवरी दिखी, लेकिन अमेरिकी महंगाई आंकड़ों से पहले निवेशकों ने सतर्कता बरतते हुए ऊपरी स्तरों पर बिकवाली की।इस बीच, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने बुधवार को 1,171.71 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने 768.94 करोड़ रुपये की खरीदारी की।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड 0.42 प्रतिशत की बढ़त के साथ 59.93 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।कुल मिलाकर, वैश्विक अनिश्चितताओं और व्यापार समझौते को लेकर असमंजस के चलते बाजार में फिलहाल सतर्क रुख बना हुआ है।