आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ ने देश की राजधानी में नेशनल गार्ड के जवानों की संख्या बढ़ाए जाने और संघीय अधिकारियों के चौबीसों घंटे सड़कों पर तैनात रहने के फैसले की घोषणा की जिसके बाद वाशिंगटन डीसी में लोगों ने पुलिस की उपस्थिति बढ़ने के विरोध में बुधवार को प्रदर्शन किया.
कानून प्रवर्तन एजेंसी द्वारा व्यस्त ‘फोरटींथ स्ट्रीट नॉर्थवेस्ट कॉरिडोर’ पर एक वाहन जांच चौकी स्थापित किए जाने के बाद प्रदर्शनकारियों ने ‘घर जाओ, फासीवादियो’’ और ‘‘हमारी सड़कों से हटो’’ के नारे लगाए.
इस घटनाक्रम से कुछ दिन पहले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि उनका प्रशासन कम से कम एक महीने के लिए शहर के पुलिस विभाग का कार्यभार अपने हाथ में लेगा.
शहर की मेयर और डेमोक्रेटिक नेता म्यूरियल एलिजाबेथ बोसर ने राजनीतिक दांवपेंच अपनाते हुए पहले इस कदम की आलोचना की लेकिन बाद में अधिकारियों की नियुक्ति को सार्वजनिक सुरक्षा को मजबूत करने के लिए उठाया गया कदम बताया.
रिपब्लिकन नेता ट्रंप ने कहा है कि शहर में अपराध आपात स्तर पर पहुंच गया है, जिसे केवल संघीय हस्तक्षेप से ही काबू किया जा सकता है जबकि ‘डिस्ट्रिक्ट ऑफ कोलंबिया’ (डीसी) के नेताओं ने आंकड़ों के आधार पर बताया कि दो साल पहले हिंसक अपराधों में तीव्र वृद्धि हुई थी लेकिन अब यहां अपराध 30 साल के निचले स्तर पर पहुंच गए हैं.
गृह सुरक्षा विभाग के अधिकारी ‘यू स्ट्रीट’ गलियारे में बुधवार को गश्त करते नजर आए। मादक द्रव्य प्रवर्तन प्रशासन (डीईए) के अधिकारी नेशनल मॉल पर देखे गए जबकि नेशनल गार्ड के सदस्य भी मौजूद रहे.
मंगलवार रात सड़कों पर गश्त कर रहे संघीय कानून प्रवर्तन और शहर पुलिस के सैकड़ों अधिकारियों ने 43 लोगों को गिरफ्तार किया.