After the response of the Foreign Ministry, Mann said, do they not have the right to ask about foreign policy?
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विदेश यात्राओं की आलोचना को विदेश मंत्रालय द्वारा ‘‘गैर जिम्मेदाराना’’ करार दिये जाने के एक दिन बाद, शुक्रवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि क्या उन्हें विदेश नीति के बारे में सवाल पूछने का अधिकार नहीं है.
उन्होंने फिर से कहा कि प्रधानमंत्री के पास विदेश दौरे के लिए तो समय है, लेकिन 140 करोड़ भारतीयों की चिंताओं को दूर करने के लिए उनके पास वक्त नहीं है.
विदेश मंत्रालय ने मोदी की विदेश यात्राओं की मान द्वारा की गई आलोचना को बृहस्पतिवार को "गैर-जिम्मेदाराना" करार दिया था.
मान का नाम लिए बिना मंत्रालय ने कहा कि भारत सरकार ‘‘राज्य के एक उच्च पदाधिकारी’’ द्वारा की गई उन अनुचित टिप्पणियों से खुद को अलग करती है, जिसमें मित्र देशों के साथ भारत के संबंधों की अनदेखी की गई है.
विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए मान ने शुक्रवार को कहा, ‘‘क्या मुझे विदेश नीति के बारे में सवाल करने का अधिकार नहीं है कि आप वहां क्या करने जा रहे हैं? आपने वहां क्या किया है? हमें बताएं। क्या हमें अधिकार नहीं है?’’
मान ने कहा, ‘‘मैंने विदेश नीति के बारे में जानना चाहा कि आप जहां भी जाते हैं, अदाणी का कारोबार वहीं क्यों शुरू होता है? इसका मतलब है कि वह उन्हें वहां ले जाते हैं. आप यह क्यों नहीं स्वीकार करते कि आप वहां किसी का कारोबार कराने जाते हैं? क्या हमें पूछने का अधिकार नहीं है? हम पूछेंगे। मैं आगे भी उनसे पूछूंगा.’’
उन्होंने कहा, ‘‘क्या हम प्रधानमंत्री से यह नहीं पूछ सकते कि आप वहां क्यों गए थे और उनके साथ क्या समझौता हुआ था? जब पाकिस्तान के साथ हमारे रिश्ते खराब हुए, तो क्या कोई देश हमारे साथ खड़ा हुआ? कोई भी खड़ा नहीं हुआ, लेकिन मोदी साहब पूरी दुनिया घूमे। मैग्नीशिया, तर्वेशिया... पता नहीं ये कौन से देश हैं। हमें तो उनके नाम भी नहीं मालूम और वह वहां चले जाते हैं.’’
पंजाब विधानसभा के सत्र के दूसरे दिन संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘यहां रहने वाले 140 करोड़ लोगों से बात करके उनके मुद्दों का समाधान करें.’’
मान ने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह पंजाब और हरियाणा के बीच चल रहे जल विवाद को सुलझा नहीं सकते और कहते हैं कि यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध रोक सकते हैं.
उन्होंने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री मोदी पर आरोप लगाया था कि वह मात्र 10,000 की आबादी वाले देश से सम्मान प्राप्त कर खुश हो रहे हैं, जबकि अपने देश के ज्वलंत मुद्दों की ‘‘उपेक्षा’’ कर रहे हैं.
मान ने कहा था, ‘‘प्रधानमंत्री जी घाना गए हैं? क्या वह घाना से वापस आ गए हैं? क्या वह आज वापस आएंगे? देश लौटने पर उनका स्वागत किया जाएगा.’’
उन्होंने कहा था, ‘‘... वह उस देश में नहीं ठहर रहे हैं, जहां 140 करोड़ लोग रहते हैं। वह जिन देशों का दौरा कर रहे हैं, उनकी आबादी 10,000 है और उन्हें वहां के सबसे बड़े सम्मान से नवाजा गया। यहां, 10,000 लोग जेसीबी मशीन (मिट्टी हटाने वाली मशीन) देखने के लिए एकत्र हो जाते हैं.’’
मोदी ब्राजील, घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना और नामीबिया की पांच देशों की यात्रा के बाद बृहस्पतिवार को स्वदेश लौट आए.