चंडीगढ़/जयपुर
पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत द्वारा शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए गए. इसके बाद पंजाब और राजस्थान को ‘हाई अलर्ट’ पर रखा गया है, क्योंकि ये दोनों राज्य पाकिस्तान के साथ सीमा साझा करते हैं.
पंजाब पाकिस्तान के साथ 532 किलोमीटर और राजस्थान लगभग 1,070 किलोमीटर की अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करता है.
पंजाब में अलर्ट और कड़ी तैयारी
राज्य सरकार ने पंजाब के सीमावर्ती छह जिलों — फिरोजपुर, पठानकोट, फाजिल्का, अमृतसर, गुरदासपुर और तरनतारन — में सभी स्कूल अगले आदेश तक बंद कर दिए हैं.
पंजाब पुलिस ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियाँ सात मई से रद्द कर दी हैं. पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कार्यालय से जारी आदेश के अनुसार, छुट्टियाँ केवल विशेष परिस्थितियों में सक्षम प्राधिकारी की अनुमति से ही दी जाएँगी.
पंजाब के कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा, “पंजाब, जो पाकिस्तान के साथ लम्बी सीमा साझा करता है, ऐसे किसी भी सैन्य तनाव के दौरान एक अहम भूमिका निभाता है. सभी सीमावर्ती जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है, और राज्य सरकार ने फिलहाल सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया है.”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि पंजाब पुलिस को “रक्षा की दूसरी पंक्ति” के रूप में पूरी तरह से सतर्क और तैयार रखा गया है, और ज़रूरत पड़ने पर सेना के साथ मिलकर हर मोर्चे पर जवाब देने को तैयार है.
राजस्थान में सख्त कदम
राजस्थान सरकार ने भी सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को मज़बूत करने के लिए सभी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की छुट्टियाँ रद्द कर दी हैं.श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर और बाड़मेर — इन चार सीमावर्ती जिलों में सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद कर दिए गए हैं.
इन क्षेत्रों के प्रशासन को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं.मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सभी सुरक्षा बलों को सतर्क रहने और छुट्टियों को तत्काल प्रभाव से रद्द करने का निर्देश दिया है.
मुख्य सचिव सुधांश पंत और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) यू.आर. साहू ने सभी संभागीय आयुक्तों, जिलाधिकारियों, पुलिस महानिरीक्षकों (आईजी) और पुलिस अधीक्षकों (एसपी) के साथ एक आपातकालीन समीक्षा बैठक की.
उन्हें अपने मुख्यालयों में मौजूद रहने और सतत निगरानी बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं.राज्य भर में सुरक्षा को लेकर व्यापक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं ताकि किसी भी संभावित खतरे से प्रभावी रूप से निपटा जा सके.