सूरत (गुजरात)।
सूरत में मेट्रो रेल परियोजना के निर्माण कार्य के दौरान शाहपुर क्षेत्र में सड़क पर 10–11 फीट गहरी गुहा (कैविटी) बनने से हड़कंप मच गया। एहतियातन प्रशासन ने आसपास की इमारतों में रहने वाले 20 से 25 परिवारों को खाली कराकर एक होटल में अस्थायी रूप से स्थानांतरित कर दिया है। अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
घटना बुधवार को सामने आई, जब मेट्रो कॉरिडोर पर निर्माण कार्य चल रहा था। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सूरत नगर निगम (SMC), गुजरात मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (GMRCL) और सरदार वल्लभभाई राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (SVNIT) के विशेषज्ञ मौके पर निगरानी कर रहे हैं।
ढीली मिट्टी बनी कारण, सड़क के नीचे कई पाइप और केबल
अधिकारियों के मुताबिक, जिस स्थान पर गुहा बनी है वहां भूमिगत पाइपलाइन और केबलों का जाल मौजूद है। उपयोगिता सेवाओं के कार्य के दौरान इस क्षेत्र में भरी गई मिट्टी पर्याप्त रूप से सघन नहीं थी, जिससे समय के साथ वह धंस गई और सड़क के नीचे खाली जगह बन गई।
आधिकारिक बयान में बताया गया कि टनल बोरिंग मशीन (TBM) इस क्षेत्र से पहले ही गुजर चुकी है और वर्तमान में उस स्थान से लगभग 20 मीटर आगे काम कर रही है।
इमारतों को कोई नुकसान नहीं, फिर भी सतर्कता बरकरार
रिलीज के अनुसार, फिलहाल आसपास की इमारतों में किसी तरह की दरार या संरचनात्मक क्षति नहीं पाई गई है। गुहा मुख्य रूप से सड़क तक सीमित है। इसके बावजूद, किसी भी संभावित खतरे से बचने के लिए नजदीकी इमारतों को अस्थायी रूप से खाली कराया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि इमारतों की स्थिति पर 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है। अतिरिक्त सावधानी के तौर पर SVNIT के विशेषज्ञों को भी बुलाया गया है, ताकि स्थिति का तकनीकी मूल्यांकन किया जा सके।
मरम्मत और स्थिरीकरण का काम शुरू
गुहा के आसपास की ढीली मिट्टी को निकालकर क्षेत्र की खुदाई की गई, जिसके बाद कंक्रीट भराव कर सड़क और आसपास के इलाके को स्थिर करने का कार्य किया गया है। प्रशासन का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है और सभी जरूरी सुरक्षा उपाय अपनाए जा रहे हैं।
प्रशासन की अपील
प्रशासन ने स्थानीय लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और सहयोग बनाए रखने की अपील की है। अधिकारियों के अनुसार, मरम्मत और जांच कार्य पूरा होने के बाद प्रभावित परिवारों को सुरक्षित रूप से उनके घरों में वापस भेजा जाएगा।






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