हनी ट्रैप मामला: संवेदनशील जानकारी लीक करने पर भारतीय वायु सेना का हवलदार गिरफ्तार

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] • 1 Years ago
हनी ट्रैप मामला: संवेदनशील जानकारी लीक करने पर भारतीय वायु सेना का हवलदार गिरफ्तार
हनी ट्रैप मामला: संवेदनशील जानकारी लीक करने पर भारतीय वायु सेना का हवलदार गिरफ्तार

 

आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली

दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने रक्षा प्रतिष्ठानों के बारे में संवेदनशील जानकारी लीक करने के आरोप में भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के एक हवलदार को गिरफ्तार किया है.आईएएफ अधिकारी को 6मई को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया . पुलिस ने कहा कि अधिकारी को एक महिला ने हनी ट्रैप में फंसाया और कथित तौर पर उसके साथ संवेदनशील जानकारी साझा की.

गिरफ्तार सार्जेंट की पहचान देवेंद्र कुमार शर्मा के रूप में हुई है, जो कानपुर का रहने वाला है. आरोपी सुब्रतो पार्क, नई दिल्ली में वायु सेना रिकॉर्ड कार्यालय में प्रशासनिक सहायक (जीडी) के रूप में कार्यरत है.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘6मई को, दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की एक टीम को भारतीय वायु सेना के एक सार्जेंट की संदिग्ध गतिविधियों का पता चला. बताया गया कि उसे हनीट्रैप किया गया है. वह किसी अन्य देश के संपर्क में है.‘‘

पुलिस ने कहा कि इस में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ होने का अंदेशा है. इस इनपुट पर कार्रवाई करते हुए एक टीम ने शर्मा की निगरानी की और उसे गिरफ्तार कर लिया गया.

आगे की जांच से पता चला कि शर्मा ने कंप्यूटर और अन्य फाइलों से दस्तावेजों को धोखे से प्राप्त कर इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से रक्षा प्रतिष्ठानों और वायुसेना कर्मियों के बारे में संवेदनशील जानकारी विरोधी देश के एजेंट को लीक की है. उसे विदेशी एजेंट से धन भी प्राप्त हुए हैं.

पुलिस को आरोपी की पत्नी के बैंक खाते में संदिग्ध लेनदेन मिले हैं.

दिल्ली पुलिस ने अब शर्मा के खिलाफ आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम (ओएसए) के तहत मामला दर्ज किया है. आगे की जांच के दौरान, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स और दस्तावेज आदि जैसे आपत्तिजनक सबूत जब्त कर लिए गए हैं. मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. दिल्ली पुलिस ने कहा,

‘‘मामले की जांच पूरी साजिश का पता लगाने और शर्मा के संपर्क में रहने वाले व्यक्ति को ट्रैक करने के लिए चल रही है. यह पाया गया है कि शर्मा को जिस नंबर से कॉल आ रही थी वह एक भारतीय सेवा प्रदाता का था. इसलिए, विवरण नंबर भी मांगा गया है और आगे की जांच जारी है.‘‘