देहरादून, उत्तराखंड
उत्तराखंड पारंपरिक लोक पर्व हरेला मनाने की तैयारी में है, ऐसे में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को कहा कि इस अवसर पर राज्य भर में पाँच लाख से ज़्यादा पौधे लगाए जाएँगे, जिससे यह संस्कृति और प्रकृति संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता का उत्सव बन जाएगा।
एक्स पर एक पोस्ट में सीएम धामी ने लिखा, "हमारी आस्था, कृतज्ञता और प्रकृति संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक लोक पर्व हरेला कल बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। इस अवसर पर 5 लाख से अधिक पौधे लगाने का संकल्प लिया गया है, जो उत्तराखंड की इस लोक परंपरा और एक नई पहल के बीच एक नया मील का पत्थर साबित होगा।"
एक्स पर पोस्ट में आगे लिखा गया, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रेरणादायक आह्वान, "हरेला पर्व मनाएँ, धरती माँ का ऋण चुकाएँ - माँ के नाम पर एक पेड़ लगाएँ" से प्रेरित होकर, आइए हम सब मिलकर इस पर्व को केवल एक उत्सव न बनाकर, आने वाली पीढ़ियों के लिए एक हरे-भरे भविष्य की मज़बूत नींव बनाएँ।"
चूँकि यह पर्व इसी दिन से सावन की शुरुआत का प्रतीक है, इसलिए देश के अन्य हिस्सों में सावन का आगमन हो चुका है, इसलिए सभी लोग इसे अनोखे और खास अंदाज़ में मना रहे हैं।
यह पर्व हरियाली और एक नए मौसम की शुरुआत का सूचक है। ऐसा भी माना जाता है कि भगवान शिव उत्तराखंड में निवास करते हैं, इसलिए इस पर्व का महत्व कई गुना बढ़ जाता है।
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'एक पेड़ माँ के नाम' अभियान की शुरुआत की, जो पर्यावरणीय ज़िम्मेदारी के साथ माताओं के प्रति भावभीनी श्रद्धांजलि का एक अनूठा संगम है। इस अभियान का उद्घाटन 5 जून, 2024 को हुआ।
उन्होंने देश भर के नागरिकों से अपनी माँ के नाम पर कम से कम एक पेड़ लगाकर 'एक पेड़ माँ के नाम' अभियान में भाग लेने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में, इस पहल के तहत 17.48 करोड़ पौधे सफलतापूर्वक लगाकर गुजरात देश भर में दूसरे स्थान पर रहा।